पूर्व में बने मकानों का जियो टैग कराकर मनरेगा में कराया गया भुगतान

संस भरुआ सुमेरपुर ग्राम पंचायत बिरखेरा में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व सचिव ने ग्रामीणों को बरगला

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 04:54 PM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 04:54 PM (IST)
पूर्व में बने मकानों का जियो टैग कराकर 
मनरेगा में कराया गया भुगतान
पूर्व में बने मकानों का जियो टैग कराकर मनरेगा में कराया गया भुगतान

संस, भरुआ सुमेरपुर : ग्राम पंचायत बिरखेरा में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व सचिव ने ग्रामीणों को बरगलाकर पूर्व में निर्मित मकान में पुताई कराकर बकरी घर बनाने की पेंटिग करा दी और मनरेगा योजना से भुगतान करा लिया। खंड विकास अधिकारी का दावा है कि उन्होंने टीम भेजकर जांच कराई है। सभी के बकरी घर बने पाए गए हैं। जबकि ग्रामीणों का दावा है कि कोई भी अधिकारी गांव नहीं आया है। गांव के निवासी जयनरायन को मनरेगा योजना से बकरी घर की सौगात दी गई है. जयनरायन ने बताया कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बिदा कुशवाहा व सचिव वीरेंद्र पाल ने 2 वर्ष पूर्व निर्मित मकान में दीवाल की पुताई कराकर पेंटिग कराई और जियो टैग कराकर एक लाख 17 हजार 119 रुपये का भुगतान 19 फरवरी को करा लिया है. निर्माण के उसे एक दरवाजा, एक जंगला, एक हजार ईंट, 12 बोरी सीमेंट दी है. इसके अलावा कुछ नहीं दिया है. इसी तरह बिदा प्रसाद ने बताया कि उसके पूर्व में निर्मित मकान की दीवारों में टीन लगाकर जियो टैग करा लिया है. इसके नाम से एक लाख 11 हजार 576 रुपये का भुगतान किया गया है. इसी तरह राजेश उर्फ भोला ने बताया कि उसे 35 सौ ईंट, एक ट्राली डस्ट, 15 बोरी सीमेंट, 4 टीन, दो पाइप दिए हैं। मजदूरी उसने खुद की है. मिस्त्री का पैसा अपने पास से दिया है. इसके नाम पर एक लाख 5 हजार 603 रुपये का भुगतान किया गया है. जयनरायन ने बताया कि उससे 20 हजार रुपये की धनराशि बतौर कमीशन अधिकारियों को देने के नाम पर ली गई है. खंड विकास अधिकारी अभिमन्यु सेठ ने बताया कि उन्होंने 5 सदस्यीय टीम को गांव भेजकर जांच कराई है. मामला जांच में सही पाया गया है. ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी के दावे को झूठा बताते हुए कहा कि यहां पर कोई नहीं आया है. गांव के निवासी ज्ञान सिंह, मुन्ना लाल, हरिओम ने बताया कि बिदा एवं जयनारायण के पूर्व में बने मकानों की पेंटिग कराकर भुगतान करा लिया गया है.

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