सच्चाई के रास्ते पर चलने की दी सीख
संसू खड़ेही लोधन मेरे पिता बाबूराम तिवारी हमेशा गरीब लोगों की सेवा करने के लिए तत्पर
संसू, खड़ेही लोधन : मेरे पिता बाबूराम तिवारी हमेशा गरीब लोगों की सेवा करने के लिए तत्पर रहते थे। समाज के सभी लोगो से उनका जुड़ाव रहता था। उन्होंने अपने जीवन काल में सभी के साथ समानता का व्यवहार किया। इसलिए वह 1989 में ग्राम पंचायत खड़ेही लोधन के ग्राम प्रधान चुने गए। तभी से वह यही कहा करते थे, कि जीवन में कभी भी कितनी कठिन घड़ी क्यों न आ जाए, लेकिन धैर्य नहीं खोना चाहिए। उन्होंने मुझे अच्छे संस्कार ज्ञान का पाठ पढ़ाया जीवन में आगे बढ़ने का जो रास्ता दिखाया वह आज हमारे लिए मार्गदर्शक के रूप में थे। उनकी सुंदर मधुर वाणी सादगी भरी जिदगी करुणा प्रेम का भाव इंसानियत का नाता ऐसे गुण थे। जो हमेशा याद रखेंगे। इस श्रद्धा और आस्था के पावन पर्व पर हम अपने पूर्वजों का स्मरण करते हैं और उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए हमें केवल यही 15 दिनों का अवसर मिलता है।
- राजाराम तिवारी, पूर्व प्रधान