लींगा गांव में धूमधाम से निकाली गई झिझिया बारात
संवाद सहयोगी राठ बुंदेलखंड में प्रसिद्ध झिझिया नृत्य को परंपरागत तरीके से गांव-गांव में धू
संवाद सहयोगी, राठ : बुंदेलखंड में प्रसिद्ध झिझिया नृत्य को परंपरागत तरीके से गांव-गांव में धूमधाम से मनाया जाता है। बुंदेली झिझिया का आयोजन शरद पूर्णिमा की रात में संगीत व नाटक के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति दी जाती है।
वर्षों से चली आ रही ये परंपरा क्षेत्र के लींगा गांव में आज भी जिदा है। जहां कई वर्षों से झिझिया का आयोजन किया जाता है। लींगा गांव निवासी कर्मेंद्र तिवारी ने बताया कि झिझिया देखने के लिए क्षेत्र के ही नहीं बल्कि बुंदेलखंड के अन्य जनपद से लोग इस कार्यक्रम को देखने के लिए आते है। मंच बनाकर कृष्ण दरबार, कंस दरबार पूतना वध, अघासुर, बकासुर, कालिया नाग, भूत, भैसासुर के अछ्वुत स्वांग व नृत्य का रोचक प्रदर्शन किया जाता है। इस मौके पर खूबचंद्र राजपूत, केके नन्दन, कौशलेंद्र, देवेंद्र, हरपाल, हरनाथ, अमरचंद्र अहिरवार मौजूद रहे।