बड़े के बजाय कुटीर उद्योग चलाना अधिक सहज व सरल
जासं हमीरपुर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मिशन शक्ति अभियान के क्रम में कुटी
जासं, हमीरपुर : राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मिशन शक्ति अभियान के क्रम में कुटीर उद्योग की प्रासंगिकता, समस्याएं एवं समाधान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में कालेज स्टाफ समेत छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए और अनुभवों को साझा किया।
अध्यक्षता कर रहे कालेज के प्राचार्य डा.राजकुमार ने कुटीर उद्योगों की प्रासंगिकता, समस्या एवं समाधान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बड़े उद्योगों से प्रतिस्पर्धा, वित्त का अभाव, कुशल कारीगरों की कमी व कच्चा माल की अनुपलब्धता आदि का उल्लेख करते हुए इन समस्याओं को दूर करके कुटीर उद्योंगों की महत्ता में वृद्धि की जा सकती है। यह उद्योग बेरोजगारी को दूर करने में अत्यंत सहायक है। डा. अशोक बाबू ने ने कुटीर उद्योग व लघु उद्योग में भेद बताया। छात्रा दीक्षा ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांव की महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, झाड़ू बनाना, अगरबत्ती बनाना आदि के बारे में प्रेरित करती हैं। संचालन स्वाति गुप्ता ने किया। लवकुश कुमार, धीरेंद्र चौहान, मृदुलता सोनकर, नरेश कुमार, डा.राजेश कुमार, नैंसी, मनीषा, डा. शालिनी, डा. ज्योति यादव, प्रतिमा चौहान व ज्ञानवती मौजूद रहीं।