हमीरपुर में आलू-प्याज की बढ़ी कीमतों से थाली हुई 'बेस्वाद'

आलू-प्याज की कीमत बढ़ने से लोग परेशानआलू-प्याज की कीमत बढ़ने से लोग परेशानआलू-प्याज की कीमत बढ़ने

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 06:35 PM (IST)
हमीरपुर में आलू-प्याज की बढ़ी कीमतों से थाली हुई 'बेस्वाद'
हमीरपुर में आलू-प्याज की बढ़ी कीमतों से थाली हुई 'बेस्वाद'

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : आलू और प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन द्वारा गठित टीम नदारद है। इससे सब्जी मंडी में प्रशासन द्वारा तय कीमतों का कोई मतलब नहीं रह गया है। वहीं, थोक व फुटकर सब्जी विक्रेता मनमानी कीमतों पर आलू प्याज के साथ अन्य सब्जियां बेच रहे हैं। बढ़ी कीमतों के चलते लोग परेशान हैं।

आलू प्याज के बढ़ते दामों में अंकुश लगाने के लिए डीएम के निर्देश पर अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया था। इस टीम को बढ़ते हुए दामों में अंकुश लगाने के साथ प्रशासन द्वारा तय किए गए दामों पर सब्जी बिकवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। टीम में जिला पूर्ति अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मंडी सचिव के साथ विपणन शाखा के सीनियर मार्केटिंग अफसर को शामिल किया गया था। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रथम दिन टीम ने स्थानीय सब्जी मंडी का भ्रमण करके थोक व फुटकर सब्जी विक्रेताओं का स्टॉक आदि चेक करने के बाद प्रशासन द्वारा तय किए गए दामों पर आलू और प्याज बिक्री करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद टीम गायब हो गई। टीम के गायब होते ही दुकानदार मनमाने ढंग से आलू प्याज बेच रहे हैं। प्रशासन ने आलू के दाम 35 रुपये प्रति किलो तय किए थे। लेकिन आलू मौजूदा में भी 45 रुपये किलो फुटकर में बिक रहा है। थोक में यह 220 रुपये से लेकर 250 रुपये प्रति पांच किलो में उपलब्ध है। जबकि आलू का सीजन चल रहा है। इस समय कभी भी आलू 10 रुपये किलो से ज्यादा नहीं बिका है। सब्जी के एक फुटकर विक्रेता ने बताया कि थोक की कीमतों में इजाफा होने से आलू महंगे दामों में बिक रहा है।

मंडी सचिव रामसेवक वर्मा ने बताया कि जमाखोरी के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया गया था। यहां जमाखोरी जैसी स्थिति नहीं पाई गई है। थोक में जब महंगा माल मिलेगा तब उसको फुटकर में महंगा ही बेचना दुकानदारों की मजबूरी है। प्रशासन द्वारा फुटकर बिक्री के दाम तय नहीं किए गए हैं।

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