कहीं वेंटिलेटर नदारद तो आक्सीजन कंसंट्रेटर स्टोर में कैद

जागरण संवाददाता हमीरपुर कोरोना संक्रमण के बाद सतर्क हुए स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन आपूर्ति

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:59 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:59 PM (IST)
कहीं वेंटिलेटर नदारद तो आक्सीजन कंसंट्रेटर स्टोर में कैद
कहीं वेंटिलेटर नदारद तो आक्सीजन कंसंट्रेटर स्टोर में कैद

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : कोरोना संक्रमण के बाद सतर्क हुए स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्थाओं पर जोर दिया। निजी व सरकारी क्षेत्र से वेंटिलेटर व आक्सीजन कंसंट्रेटर अस्पतालों को मुहैया कराए गए। लेकिन मौजूदा में कुरारा स्थित कोविड अस्पताल को छोड़ अन्य में वेटिलेटर उपलब्ध नहीं है। वहीं ज्यादातर आक्सीजन कंसंट्रेटर स्टोर में रखे हुए है। इसके अलावा छानी गांव स्थित सीएचसी में बनाए जाने वाले पीकू वार्ड को लेकर दो वेंटिलेटर उपलब्ध होने का दावा किया गया है। सीएचसी में उपलब्ध वेंटिलेटर व आक्सीजन कंसंट्रेटर की स्थिति पर एक रिपोर्ट : मुस्करा में वेटिलेटर नहीं, 30 कंसंट्रेटर मौजूद

मुस्करा सीएचसी में एक भी वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है जबकि कंसंट्रेटर 30 की संख्या में है जो अभी उपयोग में नहीं लाए जा सके हैं। विभाग की तरफ से 30 कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए हैं। जो अभी भी स्टोर में रखे हुए हैं अभी तक इनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। प्रभारी डा. बीएस राजपूत के अनुसार अभी तक किसी को कंसंट्रेटर लगाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। सभी सुरक्षित रखे हुए हैं। कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है।

कुरारा सीएचसी में 18 वेंटिलेटर व 65 कंसंट्रेटर

कुरारा सीएचसी में 18 वेंटिलेटर उपलब्ध है। जो कि वार्डो में बेड के साथ लगे हुए है। कंसंट्रेटर की कुल संख्या 65 है। जिनमे इमरजेंसी के लिए एक चालू हालत में मेडिसिन रूम में रखा हुआ है। बाकी के स्टोर में रखे हुए है। कोविड 19 के दौरान सीएचसी कुरारा को कोविड हास्पिटल में तब्दील किया गया था। जिसमें कुल 75 बेडों की व्यवस्था थी। अब अस्पताल में पीकू वार्ड भी बनाया गया है। उन्हीं 75 बेडों में 30 बेड पीकू वार्ड के लिए तैयार कर लिए गए है।

मौदहा में स्टोर में रखे 40 कंसंट्रेटर

मौदहा सीएचसी में किसी भी वार्ड में वेंटिलेटर, कंसंट्रेटर नहीं लगे केवल आक्सीजन पाइप व बोर्ड ही लगे है। अंदर स्टाक रूम में रखे है। यहां कंसंट्रेटर की संख्या 40 है। जिसमे 34 विभाग की ओर से व 6 सृजन परिवार की ओर से दान में मिले थे। जबकि यहां एक भी वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है। डा. अनिल सचान ने बताया कि सभी कंसंट्रेटर चालू हालत में स्टोर रूम में सुरक्षित रखे है। अभी तक इनकी जरूरत नहीं पड़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेंद्रों में दो-दो व क्षेत्र के 13 एएनएम सेंटरों में एक-एक कंसंट्रेटर लगाए गए है।

सुमेरपुर में वेंटिलेटर नहीं

सुमेरपुर स्थित पीएचसी प्रभारी डा. महेश चंद्रा के अनुसार यहां कोई वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है। राजकीय पालीटेक्निक के छात्रावास को अस्थाई एल-वन हास्पिटल बनाया गया था। छानी गांव स्थित सीएचसी में बच्चों के लिए वार्ड बनाया गया है। जहां दो वेंटिलेटर लगाए गए है। राठ कस्बे की सीएचसी में सामाजिक संस्था सृजन एक सोच द्वारा पांच ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर दान में दिए गए थे। जबकि एक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर सरकारी अमले में पहले से मौजूद था। जिनमें दो का उपयोग हो रहा है। मौदहा, छानी मुस्करा व नौरंगा में पीकू वार्ड बनाए जाने प्रस्तावित है। जिनमे दो आइसीयू वार्ड के 10-10 आक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था कराई है। जरूरत पड़ने पर इन्हें संचालित किया जाएगा।

- डा. पीके सिंह, नोडल एसीएमओ कोविड

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