हमीरपुर में कोरोना जांच की डर से अस्पताल आने वाले मरीजों का ग्राफ गिरा
जागरण संवाददाता हमीरपुर कोरोना का संक्रमण भले ही बढ़ता जाए लेकिन लोग इसकी जांच कर
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : कोरोना का संक्रमण भले ही बढ़ता जाए, लेकिन लोग इसकी जांच कराने से अभी भी डर रहे हैं। कोरोना जांच की डर के कारण जिला अस्पताल आने वाले मरीजों का ग्राफ भी गिरने लगा है। इसके कारण अस्पताल आने वाले मरीजों की संख्या में भी कमी आ रही है। लोग कोरोना जांच करना उचित नही समझ रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सचान ने महिला व पुरुष दोनों अस्पताल में कोरोना जांच केंद्र स्थापित कराकर उसमें अलग से जांच करने के लिए स्वास्थ्य टीम को लगा दिया है। जो अस्पताल आने वाले हर मरीज की कोरोना जांच करेगी। जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को हुई वह अस्पताल आने से परहेज करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि बेवजह उन्हें कोरोना जांच करानी पड़ेगी। लोगों को कोरोना जांच से डर सता रहा है। इसके कारण मरीजों की संख्या मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को कम नजर आई। कुछ इस तरह से गिरा मरीजों की संख्या का ग्राफ
सोमवार को जहां जिला अस्पताल में कुल 543 मरीजों ने इलाज कराया। वहीं, मंगलवार को जैसे ही कोरोना जांच शुरु हुई तो उस दिन कुल 527 लोग इलाज कराने पहुंचे। मंगलवार को ताबड़तोड़ हुई कोरोना जांच की खबर जैसे ही लोगों को लगी तो बुधवार को मरीजों की संख्या में काफी कमी आ गई। बुधवार को महज 432 लोग ही अस्पताल पहुंचे। इसमें कई लोगों ने जांच कराने से स्पष्ट मना भी कर दिया। प्राइवेट में इलाज कराना उचित समझ रहे लोग
अस्पताल में शुरु हुई कोरोना जांच से डरे लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराना उचित समझ रहे हैं। कई मरीजों ने कोरोना जांच केंद्र से पर्चे वापस ले लिए और प्राइवेट डॉक्टरों के पास पहुंचकर अपना इलाज कराते नजर आए। लोगों का कहना है कि बेवजह उन्हें कोरोना की जांच करानी पड़ रही है।