ठंड और भूख से दो दिन में पांच गोवंशों की मौत
प्रशासन के लाख निर्देश के बाद भी कई गोशालाओ
संवाद सूत्र, खरेला (महोबा) : जिले में गोवंशों के संरक्षण के लिए बनाई गई गोशालाओं में अव्यवस्था के कारण गोवंश दम तोड़ रहे हैं। बारी ग्राम में बनी गोशाला इसका उदाहरण है। यहां ठंड और भूख से दो दिन में पांच गोवंशों की मौत हो चुकी है। हैरानी की बात ये है कि प्रशासन को इनकी जानकारी ही नहीं दी गई और न ही पोस्टमार्टम कराया गया।
ग्राम बारी में बेसहारा गोवंशों के लिए गोशाला का निर्माण कराया गया है। इसकी क्षमता 200 गोवंशों की है। वर्तमान में यहां 125 गोवंश बंद हैं। शेड में पॉलीथिन और तिरपाल की व्यवस्था की गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां अलाव और चारे की व्यवस्था ठीक नहीं है। इसी वजह से दो दिन में पांच गोवंशों की मौत हो चुकी है। वहीं प्रधान पति पप्पू के मुताबिक गोवंशों की मौत हुई है, लेकिन चारे की ठीक व्यवस्था न होने का आरोप निराधार है। गोशाला में अलाव जलाने के लिए निर्देश नहीं मिले हैं और न ही ग्राम सभा से इसके लिए निधि मिली है। भूसा एक जगह डाला जाता है, सभी मवेशी खाते हैं। हो सकता है कुछ गोवंश चारा न खा पाए हों। एक-एक कर मवेशी को चारा नहीं खिलाया जा सकता।
प्रशासन को जानकारी ही नहीं
बारी गोशाला में दो दिन में पांच गोवंशों की मौत की प्रशासन को जानकारी ही नहीं है। 'जागरण' ने जब एसडीएम चरखारी राजेश यादव से बात की तो उन्हें इसकी जानकारी हुई। एसडीएम ने बताया कि सभी गोशालाओं में शेड और तिरपाल की व्यवस्था की गई है। अलाव के मौखिक निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा जाएगा। गोवंशों की मौत की सूचना न देना और पोस्टमार्टम न कराना गंभीर मामला है। इसे देखकर ग्राम सचिव को जवाब-तलब किया जाएगा।