खरीद न होने से कम दामों में गेहूं बेचने को किसान मजबूर

संस मौदहा सरकार ने क्षेत्र के किसानों का गेहूं खरीदने के लिए भले ही कस्बा समेत क्षेत्र में

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 06:55 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 06:55 PM (IST)
खरीद न होने से कम दामों में गेहूं बेचने को किसान मजबूर
खरीद न होने से कम दामों में गेहूं बेचने को किसान मजबूर

संस, मौदहा : सरकार ने क्षेत्र के किसानों का गेहूं खरीदने के लिए भले ही कस्बा समेत क्षेत्र में दर्जनों गेहूं केंद्र खुलवा दिए हों, लेकिन अधिकांश खरीद केंद्रों में खरीद न होने से किसान परेशान होकर यहां वहां भटक रहा है। वही मंडी समिति बंद होने से किसान सड़क किनारे बैठे पल्लेदारों को औने पौने दामों में अपना गेहूं व अनाज बेचने को मजबूर है।

क्षेत्रीय किसानों का गेहूं खरीदने की मंशा से सरकार ने कस्बे की मंडी समिति में हाट शाखा, क्रय विक्रय व पीसीएफ व हाट शाखा प्लस के गेहूं खरीद केंद्र खुलवाने के अलावा क्षेत्र के सिसोलर, रीवन, इचौली, सायर व बिवांर आदि गांवों में गेहूं खरीद केंद्र एक अप्रैल से खुलवा किसानों का गेहूं खरीदने के आदेश किए गए थे। लेकिन इन गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने व गेहूं बेचने का टोकन लेने से गेहूं बेचने तक परेशान होना पड़ रहा है। गेहूं खरीद केंद्रों में अप्रैल माह के पहले सप्ताह बारदाना समेत अन्य खामियों के चलते गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो सकी। लेकिन उसके बाद से सभी केंद्र प्रभारियों ने संसाधन उपलब्ध होने के बाद उन्होंने किसानों का गेहूं खरीदना शुरू किया, लेकिन खरीद केंद्रों के गोदाम भर जाने के बावजूद गेहूं की उठान नहीं हुई। जिससे केंद्र प्रभारियों के सामने गेहूं रखने की समस्या उत्पन्न हो गई। जिसके चलते क्षेत्र के अधिकांश गेहूं खरीद केंद्रों में गेहूं डंप हो जाने से केंद्र प्रभारियों ने किसानों का गेहूं खरीदने से इनकार कर दिया है। इधर, कोविड-19 के चलते मंडी समिति बंद हो जाने से किसान मजबूरन अपना गेहूं व अन्य अनाज सड़क पर बैठे पल्लेदारों को औने पौने दामों में बेच रहे हैं। गेहूं खरीद केंद्रों में गेहूं की खरीद न होने से कस्बा सहित क्षेत्रीय किसानों में आक्रोश पनप रहा है।

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