किसानों को नहीं मिले सोलर पंप, कंपनी पर एफआइआर का आदेश
जागरण संवाददाता हमीरपुर बोरिग कराकर सोलर पंप लगवाने के लिए धनराशि जमा कर चुके जिल
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : बोरिग कराकर सोलर पंप लगवाने के लिए धनराशि जमा कर चुके जिले के सौ किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। छह माह पूर्व रुपये जमा करने के बाद खेतों की सिचाई व पलेवा करने की मंशा पूरी नहीं हो सकी। वहीं, मामले को संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए संबंधित कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
बिजली बचाने के लिए किसानों को सोलर एनर्जी के प्रयोग कर जोर दे रहा है। यही कारण है कि किसानों को सोलर पंप सेट, सौर पवन चक्की व अन्य सोलर यंत्र मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते जिले में शासन की मंशा पूरी नहीं हो पा रही। छह माह पूर्व शासन से जिले में एक सैकड़ा सोलर पंप स्थापित कराने का लक्ष्य दिया गया था। इसके लिए किसानों का चयन कर लिया गया साथ ही उनसे पंप की क्षमता के हिसाब से धनराशि जमा करा दी गई। लेकिन अब तक जिले में एक भी पंप सेट की स्थापना नहीं की गई। इससे रबी सीजन में अपने स्वयं के नलकूप का लाभ नहीं ले सके। किसानों के अनुसार बिजली का सामान देर से मिलने के झंझट से बचने को उन्होंने सोलर पंप लगवाने का फैसला लिया था। ताकि इसी वर्ष उन्हें अपना नलकूप संचालित करने को मिल जाएगा और फसल उत्पादन बढ़ेगा। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता से उन्हें अब तक इसका लाभ नहीं मिल सका। डीएम ने जताई नाराजगी
सोलर फोटो बोल्टेइक सिचाई पंप की आपूर्ति का ठेका रोटोमैक कंपनी को मिला है। जिले में अब तक आपूर्ति न होने पर बीते दिनों हुई बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने कंपनी व कृषि विभाग के बीच हुए अनुबंध (एमओयू) के कागजात उपलब्ध करा कंपनी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने को कहा। हालांकि, किसान इसमें कृषि विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे है। कोरोना के चलते नहीं हुआ कार्य
कृषि उपकृषि निदेशक जेएम श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना के चलते कंपनी में उत्पादन नहीं हो सका। इससे जिले में सोलर पंप सेट स्थापित नहीं हो सके। अब काम हुआ है हफ्ता या दस दिन में सोलर पंप की आपूर्ति कंपनी कर देगी।