छह लोगों की हुई एलाइजा जांच, दो में डेंगू की पुष्टि

छह लोगों की हुई डेंगू की एलाइजा जांच दो निकले पाजिटिवछह लोगों की हुई डेंगू की एलाइ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 11:26 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 11:26 PM (IST)
छह लोगों की हुई एलाइजा जांच, दो में डेंगू की पुष्टि
छह लोगों की हुई एलाइजा जांच, दो में डेंगू की पुष्टि

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : डेंगू के मरीजों के मिलने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। जिला अस्पताल में छह गंभीर बुखार से ग्रसित मरीजों की एलाइजा जांच में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें एक मरीज महोबा का रहने वाला है। वहीं दूसरी महिला मरीज मुख्यालय के पुराना बेतवा घाट निवासी है। जिसे जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा सरीला तहसील के लोदीपुरा-इंदरपुरा गांव में भी एक और मरीज में डेंगू के लक्षण मिले हैं।

जनपद में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वायरल बुखार के मरीज तो रोजाना 100 से अधिक संख्या में जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं डेंगू के मरीजों के बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग भी चितित है। गुरुवार को जिला अस्पताल की लैब में छह गंभीर बुखार से ग्रसित मरीजों की एलाइजा जांच की गई। जिसमें महोबा निवासी एक मरीज और शहर के पुराना बेतवा घाट मोहल्ला निवासी गीता नाम की महिला में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है। इसी तरह सरीला तहसील के लोदीपुरा गांव की 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला शोभारानी की एंटीजन जांच की गई। जिसमें डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। लोदीपुरा गांव में भी बड़ी संख्या में बुखार से ग्रसित मरीज हैं। सीएचसी में अविवाहित किशोरी का ‌र्प्रसव कराने की चर्चा

राठ : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेटरनिटी विग में किशोरी के प्रसव कराने का मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार कस्बे के एक मोहल्ला निवासी किशोरी को बुधवार रात प्रसव पीड़ा के दौरान परिजन सीएचसी के महिला मेटरनिटि विग ले गए। डयूटी पर तैनात एएनएम व सीनियर स्टाफ नर्स ने किशोरी का डिलेवरी वार्ड में सकुशल प्रसव कराया। प्रसव कराने वाली किशोरी अविवाहित है। स्वजन ने सामाजिक लोकलाज को देखते हुये चोरी छिपे किशोरी का प्रसव कराया है। सीएचसी अधीक्षक डा.अजय ने बताया कि बुधवार रात पठनऊ मोहल्ला निवासी एक युवती का प्रसव कराया गया। बताया कि साथ आए स्वजन की सहमति के बाद ही उसका प्रसव कराया गया। डिलेवरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य थे। स्वजन के द्वारा प्रसूता को बालिग बताया था। जबकि प्रसव कराने वाली स्टाफ नर्सों ने बताया उसकी उम्र बहुत कम दिख रही थी।

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