मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच को नहीं मिला पानी, सूखने लगीं फसलें

संस भरुआ सुमेरपुर मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच में सिचाई विभाग ने पानी छोड़ने से साफ इ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 07:21 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 07:21 PM (IST)
मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच को 
नहीं मिला पानी, सूखने लगीं फसलें
मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच को नहीं मिला पानी, सूखने लगीं फसलें

संस, भरुआ सुमेरपुर : मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच में सिचाई विभाग ने पानी छोड़ने से साफ इनकार कर दिया है। इससे किसानों की गेहूं की फसल सूखने की कगार पर खड़ी हो गई है। बंडा के किसानों ने पानी न मिलने की दशा में गेहूं की लहलहा रही फसल उजाड़ देने का ऐलान किया है। मौदहा बांध की सुमेरपुर ब्रांच से ब्लॉक की छह पंचायतों के किसानों को सिचाई के लिए पानी दिया जाता है। इस वर्ष के रबी सीजन में पहला पानी नवंबर माह में दिया गया था। जिससे पलेवा करके किसानों ने गेहूं आदि फसलें बोई थी। इसके बाद जनवरी माह में दोबारा पानी छोड़ा गया था। इससे किसानों ने बोई गई फसलों को पानी दिया था। इसके बाद एक माह से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी ब्रांच में पानी नहीं आया है। इससे किसान परेशान हो उठा है। बंडा के किसान संजय सिंह, गजेंद्र सिंह, ओंकार सिंह, कामता धुरिया, राम आसरे वर्मा आदि ने बताया कि जनवरी माह में पानी दिया गया था। इसके बाद पानी नहीं आया है। किसानों का आरोप है कि पानी के अभाव में गेहूं की फसलें सूखने की कगार पर खड़ी हो गई है। अगर समय रहते गेहूं की फसलों को पानी नहीं दिया गया तो यह तय है कि यह पकने के पूर्व ही सूख जाएंगी और किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।

सुमेरपुर ब्रांच के अवर अभियंता राजेंद्र यादव ने बताया कि किसानों को पानी देना संभव नहीं है क्योंकि बांध में अब पानी ही नहीं बचा है। उन्होंने बताया कि फरवरी माह में किसानों को पानी दिया गया था। किसान झूठ बोल रहे हैं। बंडा के किसान संजय सिंह ने ऐलान किया है कि अगर एक सप्ताह के अंदर पानी नहीं दिया गया तो वह खड़ी फसल में ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर देंगे। क्योंकि अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है। सरकार फर्जी ढंग से किसान हितैषी होने का ढोंग रच रही है। किसानों के हितों पर धरातल में अधिकारी कुठाराघात कर रहे हैं। इनका दावा है कि 20 जनवरी के बाद ब्रांच में पानी नहीं आया है।

chat bot
आपका साथी