हमीरपुर में बोले डीएम, थानों में वृद्धजनों की समस्याओं के लिए बनाए जाएं रजिस्टर

जागरण संवाददाता हमीरपुर जनपद में वरिष्ठ नागरिकों व वृद्धजनों के भरण पोषण एवं वृद्धाश्रम सं

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 12:05 AM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 12:05 AM (IST)
हमीरपुर में बोले डीएम, थानों में वृद्धजनों की समस्याओं के लिए बनाए जाएं रजिस्टर
हमीरपुर में बोले डीएम, थानों में वृद्धजनों की समस्याओं के लिए बनाए जाएं रजिस्टर

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जनपद में वरिष्ठ नागरिकों व वृद्धजनों के भरण पोषण एवं वृद्धाश्रम संचालन के संबंध में डीएम ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक में डीएम ने कहा, सभी एसडीएम सुनिश्चित करें कि वृद्धजनों व वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान व भरण पोषण में कोई अराजक तत्व बाधा न बने।

कहा, वृद्धजनों के सम्मान को ठेस पहुंचाने, भरण पोषण न करने वालों पर कार्रवाई की जाए। डीएम ने कहा, सभी एसडीएम द्वारा वृद्धाश्रम का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए। जिले के वरिष्ठ नागरिकों व वृद्धजनों की सूची बना ली जाए तथा अकेले तथा अलग रहने वाले वृद्धजनों की अलग से सूची बनाई जाए। थानों में भी वृद्धजनों की समस्याओं को अलग रजिस्टर में अंकित कर उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निस्तारित कराया जाए। वृद्धाश्रम में कोविड-19 से बचाव के ²ष्टिगत सभी सावधानियां बरती जाए। वहां रहने वाले वृद्धजनों की समय समय पर चिकित्सा जांच की जाए। शुद्ध पेयजल के लिए आरओ की जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए। अधूरे काम करने वाले ठेकेदारों का पेनाल्टी के बाद होगा भुगतान

जो भी काम अधूरे पड़े हैं उनके ठेकेदारों का भुगतान पेनाल्टी लगाने के बाद किया जाए। जहां अवैध कब्जे वहां सख्ती के साथ जमीन खाली कराएं। डीएम ने नगर निकायों की समीक्षा के दौरान निर्माण कार्य आदि की हकीकत देखी और सख्त निर्देश दिए। गोवंश के संरक्षण को लेकर भी कड़े निर्देश दिए।

डीएम सत्येंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में नगर निकायों के कार्यकलापों की समीक्षा की। कहा, नगर निकायों की भूमि पर जहां भी अवैध कब्जे हैं उन पर एंटी भूमाफिया के तहत कार्रवाई कराते हुए जमीन खाली कराई जाए। उस जमीन को पार्क, खेल के मैदान, वेंडिग जोन आदि बनाने में प्रयोग किया जाए। नगर में कांसीराम और आसरा आवास योजना के तहत बनाए गए आवासों का सत्यापन एक सप्ताह में सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने सभी ईओ को यह निर्देश भी दिया कि अपने अपने क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कूड़ा उठान, सैनिटाइजेश, एंटी लार्वा दवा छिड़काव आदि पर विशेष ध्यान दिया जाए। कहा, गोवंश आश्रय स्थल पर उचित इंतजाम रखें। ठंड से मवेशियों की मौत नहीं होनी चाहिए।

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