राष्ट्रीय लोक अदालत में 17 जोड़ों ने लिया साथ रहने का फैसला

जासं हमीरपुर न्यायालय परिसर स्थित सभागार में शनिवार को आयोजित हुए राष्ट्रीय लोक अदालत म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 05:58 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 05:58 PM (IST)
राष्ट्रीय लोक अदालत में 17 जोड़ों ने लिया साथ रहने का फैसला
राष्ट्रीय लोक अदालत में 17 जोड़ों ने लिया साथ रहने का फैसला

जासं, हमीरपुर : न्यायालय परिसर स्थित सभागार में शनिवार को आयोजित हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 5046 वादों का निस्तारण किया गया। इस दौरान 17 जोड़ों ने साथ साथ रहने का फैसला भी लिया। जिन्हें न्यायाधीशों के द्वारा आशीर्वाद देकर विदा किया गया और अच्छी तरह से जीवन यापन करने को कहा गया।

सिविल जज सी.डि./सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि दीवानी न्यायालय परिसर जनपद न्यायाधीश विकार अहमद अंसारी के निर्देशन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में दांडिक समन्वय वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौता के आधार पर कराया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व सिविल जज सी.डि. ने बताया कि लोक अदालत के दौरान परिवार न्यायालय 17 जोड़ों ने साथ-साथ रहने का फैसला किया। विशेष न्यायाधीश एस.सी.एस.टी. एक्ट से 11, विशेष न्यायाधीश द.प्र.क्षे से एक, विशेष न्यायाधीश आ.व.अधि. से 124, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हमीरपुर से कुल 2606, सिविल जज सी.डि. से कुल 23, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से कुल 580, सिविल जज जू.डि. से कुल 140, सिविल जज जू.डि., मौदहा से कुल 350, सिविल जज जू.डि., राठ से 540, मोटर दावा दुर्घटना अधिकरण से कुल 50 एवं समस्त न्यायालय से कुल 5046 वाद निस्तारित किए गए व कुल मुआवजे एक करोड़ अठानवें लाख चौव्वन हजार सात सौ इक्यासी रुपए की धनराशि वसूली गई। एल.डी.एम. जेके डींगरा इंडियन बैंक के अनुसार जनपद में स्थापित समस्त बैंकों के कुल 12942 मे से कुल 324 वादों का निस्तारण हुआ तथा कुल मुआवजा पांच करोड़ उन्तीस लाख चौरासी हजार सात सौ पैतालिस रुपये की धनराशि समझौते के रूप में प्राप्त हुई।

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