पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था, रोस्टर से अधिक कटौती

संस राठ कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र की बिजली व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। भीषण गर्मी में लोग बि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 07:20 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 07:20 PM (IST)
पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था, रोस्टर से अधिक कटौती
पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था, रोस्टर से अधिक कटौती

संस, राठ : कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र की बिजली व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। भीषण गर्मी में लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकारी बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं करा पा रहे हैं।

कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र की बिजली कटौती से दिन में चैन नहीं मिलता और न ही रात में सुकून की नींद आती है। विभागीय रोस्टर के मुताबिक भी कई-कई घंटे बिजली कटौती की जाती है। कागजों में तो कस्बे वासियों को 21:30 घंटे बिजली दी जा रही है। हकीकत में बिजली 12 घंटे बमुश्किल मिल पाती है।

सब स्टेशन के एसएचओ महेश यादव ने बताया कि बिजली सुबह 7:10 से 8:10 बजे और शाम 5:30 से 7:00 बजे तक की बिजली कटौती रोस्टर है। हवा, पानी, आंधी और फाल्ट के कारण बिजली की कटौती की जाती है। वहीं खुले में रखे ट्रांसफार्मर लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। हमीरपुर रोड स्थित जीजीआईसी कॉलेज गेट के बाहर सड़क पर खुले में रखा ट्रांसफार्मर मौत को दावत दे रहा है। अधिकांश ट्रांसफार्मर खुले में ही रखे हुए हैं इनमें न तो जाली लगी है और न ही कोई सुरक्षा के इंतजाम है। आए दिन मवेशियों की इन ट्रांसफॉर्मर की चपेट में आकर मौत हो जाती है। फाल्ट से आती है समस्या

मुख्यालय स्थिति बिजलीघर के जेई नरेंद्र कुमार पाल ने बताया कि मौजूदा समय में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। दिन में कुछ देर के लिए लाइन में फाल्ट आने के कारण समस्या होती है। कुल 210 बड़े व छोटे ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। जिनके सहारे 25 वार्डों समेत कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति की जाती है। सभी ट्रांसफार्मरों को ऊंचे चबूतरों में रखवाया गया है। कुछ ट्रांसफार्मर जाल के अंदर भी रखे हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तहसीलों में 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।

ट्रांसफार्मर खराब, उपभोक्ता परेशान

बिवार के लोदीपुर गांव में पूर्व प्रधान नरेश सिंह के घर के पास रखा ट्रांसफार्मर खराब हो गया है। जिससे पूरे मोहल्ले की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बिजली की समस्या को लेकर छह लोगों ने बिजली सब स्टेशन में जाकर ट्रांसफार्मर बदलवाने की मांग की है। एसएसओ दिलीप कुमार ने बताया कि अधिकारियों को जानकारी देकर दूसरा ट्रांसफार्मर रखा दिया जाएगा।

रोस्टर का अता-पता नहीं

मौदहा क्षेत्र के नायकपुरवा इचौली में बिजली विभाग का कोई रोस्टर निर्धारित नहीं है। जब से सबस्टेशन बना है तब से मनमानी चल रही है। कब बिजली जाएगी या कब आएगी। कुछ पता नहीं होता। लाइनमैन ने बताया कि अभी काम चल रहा है।

खुले में रखे हैं 65 फीसद ट्रांसफार्मर

कुरारा क्षेत्र में चार पावर सब स्टेशन हैं। जिनमे कुरारा सब स्टेशन के 377 ट्रांसफार्मर हैं। जल्ला सब स्टेशन में 164 ट्रांसफार्मर, बेरी सब स्टेशन में 143 ट्रांसफार्मर व मिश्रीपुर सब स्टेशन में 397 ट्रांसफार्मर लगे हैं। जिनमें लगभग 65 फीसद ट्रांसफार्मर खुले में ही रखे हैं। कस्बे मे 32 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। जिनमें ज्यादातर खुले में ही चबूतरा बनाकर रखे गए हैं। सुमेरपुर क्षेत्र मे पांच सब स्टेशन हैं। जिसमे सुमेरपुर सब स्टेशन में 70 ट्रांसफार्मर हैं तथा पूरे 1541 ट्रांसफार्मर लगे हैं। इनमें 10 फीसद मे बैरीकेडिग नहीं है। जबकि बिजली 20 घंटे मिल रही है।

ग्रामीण क्षेत्र में कटौती बड़ी समस्या

मौदहा में दो फीडर हैं। एक टाउन फीडर व निजामी फीडर। कस्बे बिजली आपूर्ति की समस्या नहीं है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। कस्बे में तो 16 घंटे बिजली की आपूर्ति होती है लेकिन देहात क्षेत्र में 10 से 12 घंटे ही आपूर्ति होती है।

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