सुमेरपुर में डेंगू का कहर, महिला की मौत, चार कानपुर रेफर

- बिदोखर पुरई एवं बंडा के चार युवक कानपुर में भर्ती

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 11:31 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 06:04 AM (IST)
सुमेरपुर में डेंगू का कहर, महिला की मौत, चार कानपुर रेफर
सुमेरपुर में डेंगू का कहर, महिला की मौत, चार कानपुर रेफर

संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : डेंगू का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहै। भरुआ सुमेरपुर में भी डेंगू ने अब पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। कस्बे के बिदोखर मेदनी में डेंगू से एक महिला की मौत हो गई, जबकि बिदोखर पुरई व बंडा गांव में चार युवकों में डेंगू के लक्षण मिले हैं, हालत में सुधार न होते देख उन्हें कानपुर रेफर किया गया है।

बिदोखर मेदनी गांव की रहने वाली 25 वर्षीय देवरती पत्नी श्याम नारायण कुशवाहा पिछले एक माह से बुखार से ग्रसित थीं। कस्बे में कई स्थानों पर इलाज के बाद भी आराम न मिलने पर घरवाले उन्हें कानपुर ले गए, जहां जांच के दौरान उन्हें डेंगू की पुष्टि हुई। कानपुर में इलाज चलता रहा, लेकिन आराम नहीं मिला। कई दौरान कई यूनिट प्लेटप्लेट भी चढ़ीं। लगातार हालात बिगड़ने पर घरवाले देवरती को लेकर लखनऊ गए। जहां डॉक्टरों ने देवरती की हालत देख उसे घर ले जाने की सलाह दी। घरवाले शुक्रवार को उसे गांव लेकर पहुंचे, जहां देर शाम देवरती ने दम तोड़ दिया। चार साल पहले हुई थी शादी

मौदहा के तिंदुही गांव की रहने वाली देवरती की शादी चार साल पहले हुई थी। उसके दो वर्ष की एक बेटी महक है। अचानक हुई इस घटना से घर में कोहराम मच गया। शनिवार को मृतक का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बिदोखर पुरई और बंडा में भी डेंगू का कहर

बिदोखर पुरई निवासी 25 वर्षीय विनोद यादव व 22 वर्षीय धर्मेंद्र यादव को डेंगू से ग्रसित होने के चलते कानपुर में भर्ती कराया गया है। कानपुर में जांच के बाद डाक्टरों ने डेंगू की पुष्टि की है। बंडा गांव के निवासी नितिन तिवारी पुत्र पंकज कुमार तिवारी व राजेश कुमार पुत्र चंद्रपाल तिवारी को डेंगू बुखार से ग्रसित होने पर उपचार के लिए कानपुर में भर्ती कराया। दोनों युवकों को डेंगू बुखार से ग्रसित होने कर दावा डाक्टरों ने किया है। इन चारों मरीजों का उपचार कानपुर में कराया जा रहा है। डेंगू से मरने की खबर उन्हें नहीं है। फिर भी टीम का गठन कर संबंधित गांवों में निरोधात्मक कार्रवाई कराई जाएगी। ताकि डेंगू मच्छरों पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही शिविर लगवा खून की जांच को नमूने लिए जाएंगे।

- डॉ. रामऔतार निषाद, डिप्टी सीएमओ, सीएचसी प्रभारी

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