पं. दीनदयाल उपाध्याय थे एक सच्चे कार्यकर्ता : साध्वी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाई ग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 11:57 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 11:57 PM (IST)
पं. दीनदयाल उपाध्याय थे एक सच्चे कार्यकर्ता : साध्वी
पं. दीनदयाल उपाध्याय थे एक सच्चे कार्यकर्ता : साध्वी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर भाजपा की केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मुख्यालय आकर भाजपा कार्यालय में पहुंच पं.दीनदयाल के चित्र पर माला पहना तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। वहीं उन्होंने कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में उपाध्याय के जीवन चरित्र पर विस्तार से चर्चा भी की।

भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि पं.दीनदयाल के पदचिन्हों पर हम सभी को चलना है। वह एक समर्पित कार्यकर्ता थे। उनके जीवन चरित्र से हमें कई सीख मिलती हैं। सभी को उनके अनुकरणों का पालन करना चाहिए। साध्वी ने कहा कि आज पूरा देश जयंती मना रहा है। इस मौके पर चेयरमैन कुलदीप निषाद ने भी पंडित दीनदयाल के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष संत विलास शिवहरे, नगर अध्यक्ष लक्ष्मीरतन साहू, नीलम बाजपेई, नीलम भारती, राधा चौरसिया, शंकुतला निषाद, गीता निषाद, चंद्रप्रकाश गोस्वामी, पंकज राजावत, भानू कुरैचया समेत तमाम भाजपाई उपस्थित रहे।

वहीं शहर के सरस्वती विद्या मंदिर में भी इस मौके पर गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें प्रधानाचार्य रमेशचंद्र ने कहा कि पंडित दीनदयाल एक कुशल कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहे। उनका जन्म जयपुर के द्वितीया गांव ननिहाल में हुआ था। ¨हदी के प्रवक्ता कमलकांत मिश्रा ने कहा कि पंडित जी की शिक्षा आगरा व प्रयाग में हुई थी। सन 1937 में वे अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में आए तथा 1953 में वे जनसंघ के मंत्री और 1967 में जनसंघ के अध्यक्ष बने। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक जितेंद्र ¨सह, अरूण मिश्रा, रमेश शुक्ला, वेदप्रकाश शुक्ला, ज्ञानेश जड़िया, बलराम ¨सह सहित कई शिक्षकों ने उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।

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