हाथों से धान की कटाई कर पयार गोशाला को दान देने का आह्वान

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:23 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:23 PM (IST)
हाथों से धान की कटाई कर पयार गोशाला को दान देने का आह्वान
हाथों से धान की कटाई कर पयार गोशाला को दान देने का आह्वान

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : कृषि विभाग ने कुरारा क्षेत्र के जखेला गांव में पयार न जलाने को जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें अध्यक्षता कर रहे प्रधान प्रतिनिधि ने धान उत्पादन करने वाले किसानों से कटाई हाथों से कर पयार गोशाला में दान देने का आह्वान किया। साथ ही उन्हें बदले में गोबर की खाद देने व उचित प्रबंधन करने वालों को सम्मानित करने की बात कही। उन्होंने इसके लिए किसानों को संकल्प भी दिलाया। उप कृषि निदेशक ने किसानों को पायर से खाद तैयार करने की विधि बताई।

खेत में पयार जलाने से जहां पर्यावरण दूषित होता है वहीं मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है। ऐसे में पयार जलाने पर एनजीटी द्वारा अर्थदंड का प्राविधान भी किया गया है। जिससे बचने के लिए किसानों को पयार न जलाने की सलाह दी जाती है। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा अभियान चला किसानों को जागरूक किया जा रहा है। सोमवार को कुरारा क्षेत्र के जखेला गांव में इनसीटू के अंतर्गत पयार न जलाने को जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उप कृषि निदेशक डा. सरस तिवारी ने धान उत्पादन करने वाले किसानों को पयार से खाद बनाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया कि इसमें प्रयोग किए जाने वाला डी कंपोजर विभाग द्वारा निश्शुल्क वितरित किया जा रहा है। वहीं गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे प्रधान प्रतिनिधि अंकित सिंह ने वहां मौजूद किसानों से धान की हाथों से कटाई कर पयार गोशाला को दान करने का आह्वान किया। ताकि गोवंश को चारे की व्यवस्था कर पुण्य के भागीदार बनने के साथ पर्यावरण दूषित होने के बचाने में सहभागी बने। कहा कि उसके बदले में उन्हें गोबर की खाद देने के साथ बेहतर ढंग से प्रबंधन करने वाले किसान को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में मौजूद किसानों से संकल्प भी दिलवाया। इस मौके पर भास्कर, प्रमोद, बलवान, अवधेश सिंह, बृजेश द्विवेदी, राकेश, रामदास समेत करीब 60 किसान मौजूद रहे।

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