ब्रह्मादत्त और सुरेश ने फंसाया था क्रशर कारोबारी को
जागरण संवाददाता महोबा क्रशर कारोबारी इंद्रकांत से वसूली को लेकर दबाव बनाने और उसे फ
जागरण संवाददाता, महोबा : क्रशर कारोबारी इंद्रकांत से वसूली को लेकर दबाव बनाने और उसे फंसाने में आरोपित आइपीएस ने कबरई के ही निवासी ब्रह्मादत्त व सुरेश सोनी का इस्तेमाल चारे के तौर पर किया था। ये दोनों कारोबारी केपड़ोसी थे। यह बात दिवंगत कारोबारी को पता चली तो उन्होंने वायरल ऑडियो-वीडियो में इसकी जानकारी भी दी थी। ये सच कबरई प्रकरण में दाखिल की गई चार्जशीट से सामने आया है।
जांच अधिकारी प्रयागराज के एसपी अपराध आशुतोष मिश्र ने बताया कि क्रशर कारोबारी मौत मामले में आरोपित ब्रह्मादत्त और सुरेश सोनी कारोबारी के मोहल्ले कबरई के ही निवासी हैं। उनकी दिवंगत इंद्रकांत से पहचान थी। वह दोनों पुलिस से मिले हैं, ये बात क्रशर कारोबारी को नहीं पता थी। उन दोनों ने कारोबारी को नीचा दिखाने के लिए पुलिस से साठगांठ कर ली थी। पुलिस ने भी मौके का फायदा उठाया और उनका इस्तेमाल किया। दोनों इंद्रकांत की पल-पल की जानकारी दे रहे थे। यही कारण था कि पुलिस क्रशर कारोबारी को बार-बार धमकी देती थी कि रकम नहीं दी तो कई मुकदमे दर्ज कर दिए जाएंगे और परिवार चौपट हो जाएगा। अपने परिवार की सुरक्षा और व्यापार बचाने को लेकर इंद्रकांत काफी व्यथित थे। पुलिस जब लगातार परेशान करने लगी तो इंद्रकांत इसको लेकर सशंकित हुए थे। अपने कारोबारी मित्रों को भी पड़ोसियों के विषय में जानकारी दी थी। इसी के बाद आरोपित अपने घरों पर कम रुकने लगे थे। जांच टीम को पूछताछ के दौरान आरोपितों ने यह भी बताया कि वह सब कुछ पुलिस के इशारे पर ही कर रहे थे। आरोपित आइपीएस मणिलाल व बर्खास्त एसओ ही उन्हें गाइड करते थे। उल्लेखनीय है कि सात सितंबर को क्रशर कारोबारी इंद्रकांत ने ऑडियो-वीडियो वायरल करके तत्कालीन एसपी मणिलाल पर उगाही करने व धमकाने का आरोप लगाया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजने की बात कही थी। दूसरे दिन आठ सितंबर को ही वह बघवाखोड़ा के पास अपनी गाड़ी में गोली लगने से घायल मिले थे। 13 सितंबर को इलाज के दौरान कानपुर में उनकी मौत हो गई थी। मामले में आरोपित बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ल, बर्खास्त सिपाही अरुण यादव, ब्रह्मादत्त व सुरेश सोनी लखनऊ जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है। आरोपित आइपीएस मणिलाल अभी फरार है।