175 एमएम बारिश बनी परेशान, कालपी स्टेट हाईवे कटा

जासं हमीरपुर शुक्रवार रात दो बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश शनिवार सुबह छह बजे तक ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:28 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:28 PM (IST)
175 एमएम बारिश बनी परेशान, कालपी स्टेट हाईवे कटा
175 एमएम बारिश बनी परेशान, कालपी स्टेट हाईवे कटा

जासं, हमीरपुर : शुक्रवार रात दो बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश शनिवार सुबह छह बजे तक हुई। जिसके चलते नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह जलभराव हो गया। वहीं खरीफ फसलों की समय से बोआई को लेकर किसानों में खुशी दिखाई दी। चार घंटे हुई बारिश 175 मिमी दर्ज की गई। वहीं कालपी स्टेट हाईवे पर कटान होने से गई गांवों का संपर्क टूट गया।

मानसून आने के बाद आए दिन हो रहे मौसम में बदलाव के बाद शुक्रवार रात छाए बादल जमकर चार घंटे बरसे। बारिश शनिवार सुबह छह बजे तक होती रही। कांशीराम कालोनी, तहसील रोड, विवेक नगर व चौरादेवी मंदिर परिसर में जलभराव होने से लोगों को दिक्कते हुई। तहसील स्थित मौसम विभाग के कार्यालय में चार घंटे में 175 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस वर्ष की सबसे अधिक बारिश है। कार्यालय के कर्मचारी भवानीदीन ने बताया कि जून माह में शुक्रवार तक कुल 20 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। लेकिन रात में चार घंटे में 175 मिमी बारिश हुई है।

खरीफ की तैयारी को लाभदायक

जिला कृषि अधिकारी डा. सरस तिवारी के अनुसार हुई बारिश जहां जायद की खेतों में खड़ी फसलों के लिए नुकसान दायक है। वहीं खरीफ की तैयारी के लिए बहुत लाभकारी है। बताया कि मौजूदा में ज्यादातर जायद की फसले तैयार हो चुकी है। थोड़ी बहुत सब्जी की फसलें ही मौजूद है। कहा कि मिट्टी गीली होने के बाद थोड़ा सूखने पर मुलायम रहेगी। जिसमें खरीफ की जोताई बोआई का कार्य आसानी से हो सकेगी।

बारिश से कालपी स्टेट हाईवे में कटान, मार्ग किया वन-वे

शनिवार को तड़के हुई बारिश का शिकार कालपी स्टेट हाईवे-91 कुरारा जोल्हूपुर मार्ग भी हो गया। मुख्यालय के सिटी फारेस्ट मोड़ के आगे रोहाइन नाले के पास कई स्थानों में कटान होने के कारण हाईवे के क्षतिग्रस्त हिस्से से वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया है। यातायात पुलिस ने सिटी फारेस्ट के पास बैरियर लगा दिये हैं। तीन माह पूर्व हाईवे का मरम्मतीकरण हुआ था। लेकिन एक बार की ही बारिश में फिर से निर्माण कार्य की पोल खुल गई और स्टेट हाईवे-91 कटान का शिकार हो गया। इसके साथ ही मुख्यालय के सिटी फारेस्ट से नीचे जाने वाले ब्रह्मा डेरा मार्ग में भी जलभराव होने के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया। सभासद बहादुर निषाद ने बताया कि बरसात के मौसम में अधिकांश इस समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।

पौथिया गांव बना टापू

सड़क निर्माण करा रही संस्था द्वारा गांव में बने पुराने नाले में मिट्टी भरकर पाट दिया है। वहीं सड़क के दोनों ओर नए नाले का ऊंचाई से निर्माण कराया है। जिससे रात में हुई बारिश के पानी का निकासी न होने से गांव टापू की तरह दिखाई दिया। गांव निवासी लोकतंत्र सेनानी चंद्रपाल सिंह द्वारा दस जून को जिलाधिकारी को समस्या होने की संभावना बताई थी। जिसका परिणाम शनिवार को देखने को मिला। लोकतंत्र सेनानी ने बताया कि ग्रामीणों को यह समस्या कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते हुई है। े

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