यमुना में छोड़ा गया 1.25 लाख क्यूसेक पानी

बीते दिनों हुई बारिश के चलते चंबल नदी पर बने हथिनी कुंड बांध में बढ़े जलस्तर को लेकर छोड़े गए 1.25 लाख क्यूसेक पानी से मुख्यालय में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं यमुना के दबाव के चलते बेतवा नदी भी बढ़ रही है। हालांकि जिला प्रशासन किसी तरह के खतरे की बात से इंकार कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:48 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:48 PM (IST)
यमुना में छोड़ा गया 1.25 लाख क्यूसेक पानी
यमुना में छोड़ा गया 1.25 लाख क्यूसेक पानी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : बीते दिनों हुई बारिश के चलते चंबल नदी पर बने हथिनी कुंड बांध में बढ़े जलस्तर को लेकर छोड़े गए 1.25 लाख क्यूसेक पानी से मुख्यालय में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं यमुना के दबाव के चलते बेतवा नदी भी बढ़ रही है। हालांकि जिला प्रशासन किसी तरह के खतरे की बात से इंकार कर रहा है।

बीते कई दिनों से हो रही बारिश से जहां यमुना बेतवा नदियों का जलस्तर पहले से बढ़ रहा था। वहीं ऊपरी हिस्सों में बांधों पर पड़ रहे दबाव के चलते चंबल नदी स्थित हाथिनी कुंड बांध से यमुना में 1.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे बुधवार रात एक बजे 90.95 मीटर पर प्रवाहित हो रही यमुना का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया और गुरुवार शाम चार बजे 91.97 मीटर पर पहुंच गया। यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते मुख्यालय में ही यमुना व बेतवा नदियों का संगम होने के चलते बेतवा के जल स्तर में वृद्धि हो रही है। बीती रात से बेतवा नदी में 40 सेमी जलस्तर बढ़ने के साथ नदी 89.84 मीटर पर पहुंच गई। जबकि रात में बेतवा 89.43 मीटर पर थी। हालांकि दोनों नदियां अपने खतरे के निशान से काफी नीचे है। मौदहा बांध के अधिशासी अभियंता करन गंगवार ने बताया कि हाथिनी कुंड से छोड़े गए 1.25 लाख क्यूसेक पानी से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। इससे नदी का जलस्तर करीब डेढ़ मीटर बढ़ने की संभावना है। वहीं यमुना के दबाव के चलते आगे यमुना व बेतवा का संगम होने से बेतवा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। बताया कि पानी एक-दो दिन में घट जाएगा। जिससे जिले में कोई खतरे की संभावना नहीं है। यही कारण है कि जिले में कटान से होने वाले नुकसान की कोई संभावना नहीं है। साथ ही प्रशासन द्वारा अभी चौकी नहीं बनाई है।

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