आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर आगे बढ़ रहीं किसान की पहलवान बेटियां Gorakhpur News

इरादा पक्का हो तो मंजिल आसान हो जाती है। इसे साबित कर दिखाया है देवरिया जिले के तरकुलवा क्षेत्र के भरौटा गांव के ओझवलिया टोला निवासी किसान बैरिस्टर यादव की पहलवान बेटियां पिंकी यादव व मधुबाला यादव ने।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 01:10 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 01:10 PM (IST)
आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर आगे बढ़ रहीं किसान की पहलवान बेटियां Gorakhpur News
प्रमाण पत्र के साथ पहलवान पिंकी यादव, (बाएं) छोटी बहन मधुबाला।

पवन कुमार मिश्र, गोरखपुर : इरादा पक्का हो तो मंजिल आसान हो जाती है। इसे साबित कर दिखाया है देवरिया जिले के तरकुलवा क्षेत्र के भरौटा गांव के ओझवलिया टोला निवासी किसान बैरिस्टर यादव की पहलवान बेटियां पिंकी यादव व मधुबाला यादव ने। आर्थिक कठिनाइयों का सामना करते हुए दोनों बहनें आगे बढ़ रही हैं। पिंकी जहां राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी हैं। वहीं मधुबाला राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर लौटी हैं।

दूसरे नंबर पर हैं पिंकी

चार संतानों में पिंकी यादव दूसरे नंबर की है। वह अयोध्या के झुनझुनवाला पीजी कालेज हसनपुर में बीए प्रथम की पढ़ाई कर रही हैं। साथ ही डा.भीमराव आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय क्रीड़ा संकुल अयोध्या के हास्टल में रहकर पहलवानी के दांव-पेच सीख रही हैं। कोरोना काल में हास्टल बंद होने से गांव में अखाड़ा बनाकर छोटी बहन के साथ अभ्यास करती हैं।

पिंकी ने ऐसे शुरू की पहलवानी

पिंकी बताती हैं कि कक्षा सातवीं में पढ़ती थीं। उस समय तक खेलकूद में कोई रुचि नहीं थी। बड़े पिता रामनगीना यादव युवावस्था में पहलवान रहे हैं। वह अक्सर पहलवान चंदगीराम की चर्चा करते थे। वह कहते थे कि गांवों में बेटियां पहलवान बनने की सोच नहीं सकती, लेकिन मेरे समय में चंदगीराम ने अपनी बेटी सोनिका कालीचरन को अखाड़े में उतारा था। उनकी बातें मैं सुना करती थी। एक दिन दीदी मनीषा यादव की सहेली पहाड़पुर गांव की रूबीना खातून से खेल के बारे में सुना। वह कबड्डी की खिलाड़ी थीं। उनकी सलाह पर 2015 में पहली बार अखाड़े में उतरी।

जिला स्‍तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में रहीं विजयी

बगल के गांव कनकपुरा में राजीव गांधी खेल अभियान के तहत जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उसमें मै विजयी रही। राजीव गांधी खेल अभियान के तहत वर्ष 2014-15 में लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। कुश्ती में गोरखपुर मंडल का प्रतिनिधित्व करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया। 2018 में बस्ती में आयोजित सीनियर प्रदेशीय पुरुष व महिला कुश्ती प्रतियोगिता में 55 किग्रा वजन में तीसरा स्थान प्राप्त किया। गौतमबुद्धनगर में आयोजित 37वां ब्यायज व गर्ल्‍स यूपी स्टेट कैटेड रेसलिंग चैंपियनशिप 2019 में फ्री स्टाइल कुश्ती में तीसरा स्थान हासिल किया। इसी वर्ष अक्टूबर में मिरजापुर में आयोजित राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया। रेसलिंग फेडरेशन आफ इंडिया की तरफ से फरवरी 2019 में ओडिशा के कटक में आयोजित 22वीं गर्ल्‍स सब जूनियर कैडेट नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में भाग लिया। पिंकी ने अबतक करीब 50 से अधिक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है।

पिंकी के नक्शेकदम पर मधुबाला

मधुबाला अपनी बड़ी बहन पिंकी के नक्शेकदम पर चल रही हैं। एमजी पब्लिक स्कूल महुआपाटन में कक्षा नौंवी की छात्रा मधुबाला स्थानीय स्तर पर कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लेती रही हैं। युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग की तरफ से आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में पहले स्थान पर रहीं। 17 जनवरी को वीर लोरिक स्‍पोटर्स स्टेडयिम बलिया में आयोजित जोन स्तरीय ग्रामीण बालक व बालिका खेलकूद प्रतियोगिता में 49 किलोग्राम वजन वर्ग में भी प्रथम स्थान हासिल किया। एक सप्ताह पूर्व 16 से 18 फरवरी को युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल मुख्यालय लखनऊ पर आयोजित राज्य स्तरीय ग्रामीण खेल प्रतियोगिता 2020-21 में दूसरा स्थान प्राप्त किया।

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