महिलाओं का तीज त्‍यौहार 21 को, बाजार सजकर तैयार Gorakhpur News

इस बार कोरोना की वजह से भले ही व्यापार में तेजी नहीं है लेकिन व्यापारियों का मानना है कि हरतालिका तीज के पहले बाजार में धन की वर्षा होगी।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 09:30 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 09:30 AM (IST)
महिलाओं का तीज त्‍यौहार 21 को, बाजार सजकर तैयार Gorakhpur News
महिलाओं का तीज त्‍यौहार 21 को, बाजार सजकर तैयार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पति की लंबी उम्र के लिए मनाई जाने वाली हरतालिका तीज कपड़ा, सराफा और श्रृंगार सामग्री के व्यापारियों को संजीवनी देगी। कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने और व्यापार को जिंदा रखने की लड़ाई लड़ रहे व्यापारियों को हरितालिका तीज में अच्‍छी बिक्री की उम्मीद है। व्यापारियों की बस इतनी चाहत है कि सभी बाजार खुले रहें।

पति की उम्र, व्यापारियों का धन बढ़ाएगी तीज

हरतालिका तीज 21 अगस्त को है। सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करती हैं। कई कुंवारी लड़कियां भी योग्य पति के लिए यह व्रत रखती हैं। नए वस्त्र धारण करने के बाद श्रृंगार कर व्रत किया जाता है। माता पार्वती को भी श्रृंगार का सारा सामान चढ़ाया जाता है। महिलाओं के मायके से भी श्रृंगार का सामान आता है। इसे देखते हुए बाजार में काफी पहले से तैयारी शुरू हो जाती है। इस बार कोरोना की वजह से भले ही व्यापार में तेजी नहीं है लेकिन व्यापारियों का मानना है कि हरतालिका तीज के पहले बाजार में धन की वर्षा होगी।

क्‍या कहते हैं व्‍यापारी

सराफा कारोबारी अतुल सराफ का कहना है कि हरतालिका तीज के पहले व्यापार को ऊंचाई मिलेगी। पतियों की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला यह व्रत बाजार की भी उम्र बढ़ाएगा। आभूषणों से पत्नी खुश होंगी और बाजार के हिसाब से अ'छा निवेश भी होगा। गोलघर व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष जहूरुल्लाह का कहना है कि हरतालिका तीज के पहले कपड़ा बाजार को अ'छे कारोबार की आस है। आधा बाजार खोलने और आधा बंद करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। बाजार में जान फूंकने के लिए जरूरी है कि सभी दुकानें खोली जाएं। थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर सोसाइटी के अध्‍यक्ष राजेश नेभानी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच हरतालिका तीज बाजार के लिए संजीवनी साबित होगी। कपड़ा व्यापारियों में उम्मीद की किरण जगी है। प्रशासन पूरी तरह बाजार खुलने दे तो व्यापारियों को बहुत राहत मिलेगी। श्रृंगार सामग्री के विक्रेता इमरानुल्लाह का कहना है कि हिंदू महिलाओं के लिए इस व्रत का खास महत्व है। हर साल इस व्रत के पहले श्रृंगार के सामान खूब बिकते हैं। इस बार भी हमने अच्‍छे कारोबार की उम्मीद रखी है। आगे देखिए क्या होता है।

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