भारत-नेपाल सीमा खुलने से लौटने लगी रौनक, दिखा उत्साह

सीमा से सटे गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में सुबह से ही उत्सव का माहौल था। बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए लुंबिनी पहुंचे। भारतीय पर्यटकों के पहुंचने से अचानक चहल-पहल बढ़ गई। मंदिर प्रबंधन ने भी यहां आने वाले लोगों का बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। मनोकामना मंदिर परिसर में भी यही नजारा देखने को मिला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 02:17 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 02:17 AM (IST)
भारत-नेपाल सीमा खुलने से लौटने लगी रौनक, दिखा उत्साह
भारत-नेपाल सीमा खुलने से लौटने लगी रौनक, दिखा उत्साह

महराजगंज: नेपाल गृह मंत्रालय की तरफ से भारत से जुड़ी सीमाओं को खोलने की अनुमति देने के बाद अब सोनौली-बेलहिया सीमा पर चहल-पहल बढ़ने लगी है। डेढ़ वर्ष पूर्व जहां सन्नाटा था, वहां पर्यटकों के पदचाप सुनाई पड़ने लगे। सोमवार शाम तक 290 पर्यटक घूमने के लिए नेपाल पहुंचे। डेढ़ वर्ष से सूने पड़े होटल पर्यटकों के आने से गुलजार दिखे। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने विदेशी मेहमानों का पलक-पावड़े बिछा कर स्वागत किया। अपने घर में पेईंग गेस्ट की सुविधा प्रदान करने वाले लोग भी नए सिरे से घरों की साज-सज्जा कर पर्यटकों के मनमाफिक बना रहे हैं।ट्रेवेल एजेंसियों के सूने पड़े दफ्तर भी आकर्षक आफर के साथ पर्यटकों को लुभा रहे हैं।

सीमा से सटे गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में सुबह से ही उत्सव का माहौल था। बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए लुंबिनी पहुंचे। भारतीय पर्यटकों के पहुंचने से अचानक चहल-पहल बढ़ गई। मंदिर प्रबंधन ने भी यहां आने वाले लोगों का बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। मनोकामना मंदिर परिसर में भी यही नजारा देखने को मिला। पहले जहां सिर्फ नेपाली श्रद्धालु पहुंचते थे, अब भारतीयों के पहुंचने से मंदिर में भीड़ बढ़ने लगी। नेपाल के बेलहिया, भैरहवा व बुटवल के होटल व बाजार भी गुलजार हो गए। सोमवार को गोरखपुर व लखनऊ के पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचे। नेपाल के रूपनदेही जिले के सीडीओ ऋषिराम तिवारी ने बताया कि सीमा पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी हर संस्थान को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।

भैरहवा में होटल व्यवसायी सीपी श्रेष्ठ ने बताया कि भारतीय पर्यटकों को नेपाल आने की अनुमति मिलने के बाद अब पर्यटन व्यवसाय निश्चित रूप से गति पकड़ेगा। होटल प्रबंधन पर्यटकों को विशेष आफर दे रहें हैं। आनलाइन बुकिग भी शुरू कर दी गई है, हालांकि पर्यटक वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है। फिर भी पर्याप्त संख्या में पर्यटक नेपाल आने लगे हैं।

बेलहिया नेपाल में टूर एंड ट्रेवेल्स संघ के अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा खोलने का निर्णय राहत देने वाला है। नेपाल की पूरी अर्थ व्यवस्था पर्यटन व्यवसाय पर टिकी हुई है। पर्यटकों के नेपाल आने से निश्चित रूप से नेपाल का आर्थिक ढांचा मजबूत होगा। पर्यटकों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े, इसका ध्यान दिया जाएगा। पर्यटन व्यवसाय पर टिकी है अर्थव्यवस्था

नेपाल की पूरी अर्थव्यवस्था पर्यटन व्यवसाय के इर्द-गिर्द घूमती है। नेपाल पर्यटन बोर्ड के मुताबिक वर्ष 2019 में 11.7 लाख पर्यटक नेपाल आए थे। 2020 में यह संख्या घटकर 2.23 लाख हो गई थी। इस वर्ष अभी तक एक लाख से कम पर्यटक नेपाल पहुंच सके हैं। विश्व बैंक भी यहां की अर्थ व्यवस्था को लेकर चिता जता चुका है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर भी सात फीसद से घटकर काफी नीचे आने का अनुमान अर्थशास्त्री लगा रहे हैं।

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