किन्नरों ने की मदद, तब नीतीश ने फतह की पर्वत की सबसे ऊंची चोटी

पर्वतारोही नीतीश ने कहा कि जब वे इस अभियान पर जाने वाले थे तब कहीं से कोई मदद नहीं मिली। तब उनके दोस्तों ने किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर किरण नंद गिरी से मुलाकात कराई। उन्होंने तत्काल सहयोग भी दिया और हर संभव मदद का आश्वासन भी।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 02:30 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 06:42 PM (IST)
किन्नरों ने की मदद, तब नीतीश ने फतह की पर्वत की सबसे ऊंची चोटी
अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा पहराते नीतीश सिंह।

गोरखपुर, जेएनएन। किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर किरण नन्द गिरी ने सिविल लाइंस स्थित लान में पर्वतारोही नीतीश सिंह को एक समारोह में सम्मानित किया। बीते दिनों उन्होंने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो फतह किया था। समारोह में किन्नरों से हो रहे भेदभाव का मुद्दा भी उठा। महामंडलेश्वर किरण नन्द गिरी ने कहा कि मैंने पर्वतारोही नीतीश की मदद की और आज वे पूरे प्रदेश व देश को गौरवान्वित कर रहे हैं।

नीतिश सिंह ने बढ़ाया प्रदेश व देश का मान

महामंडलेश्वर किरण नंद गिरी ने कहा कि अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो फतह कर नीतीश सिंह ने गोरखपुर के साथ पूरे प्रदेश व देश का मान बढ़ाया है। नीतीश देश के पहले ऐसे पर्वतारोही हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किन्नर समुदाय से भेदभाव खत्म करने का संदेश दिया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि एक ही मां-बाप से पैदा हुए बच्चे को कुछ असमानता होने के कारण किन्नर कहा जाता है एवं अलग-अलग नामों से बुलाया जाता है। लोगों द्वारा भेदभाव किया जाता है। जिस तरह हर व्यक्ति का खून लाल है उसी तरह हमारा भी खून लाल है फिर यह भेदभाव क्यों? इस भेदभाव ने किन्नरों को समाज से बहुत दूर कर दिया है। समाज को इस मानसिकता को बदलना पड़ेगा।

नीतीश की जब किसी ने नहीं की मदद

पर्वतारोही नीतीश ने कहा कि जब वे इस अभियान पर जाने वाले थे, तब कहीं से कोई मदद नहीं मिली। तब उनके दोस्तों ने किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर किरण नंद गिरी से मुलाकात कराई। उन्होंने तत्काल सहयोग भी दिया और हर संभव मदद का आश्वासन भी। इस अभियान अभियान के माध्‍यम से समाज के तीसरे समुदाय किन्नर समाज के लिए माउंट किलिमंजारो से संदेश दिया है। किन्नर समाज से भेदभाव नहीं रखना चाहिए। वे भी हमारे ही समाज के अंग हैं। उनसे भेदभाव खत्म करके उनका सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर शुभम शुक्ला, हरिकेश राम त्रिपाठी, नैना सिंह, विजय खेमका, नेहा मणि, पुनीत पांडेय, प्रशांत जयसवाल व सक्षम वर्मा आदि उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी