साथिया सलाह एप की मदद से घर बैठे किशोरावस्था की मुश्किलें होंगी हल

किशोर-किशोरियां अपनी मुश्किलों का घर बैठे समाधान पा सकें इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के तहत साथिया सलाह मोबाइल एप तैयार किया गया है। यह एप किशोर-किशोरियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:50 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:50 AM (IST)
साथिया सलाह एप की मदद से घर बैठे किशोरावस्था की मुश्किलें होंगी हल
साथिया सलाह एप की मदद से घर बैठे किशोरावस्था की मुश्किलें होंगी हल

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। किशोर-किशोरियां अपनी मुश्किलों का घर बैठे समाधान पा सकें, इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के तहत साथिया सलाह मोबाइल एप तैयार किया गया है। यह एप किशोर-किशोरियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बस्‍ती जिले में इस एप का प्रयोग शुरू हो गया है।

किशोरावस्‍था में होने वाले बदलावों को लेकर रहती है जिज्ञासा

किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक बदलावों के किशोर-किशोरियों के दिमाग में तमाम तरह की शंकाओं व जिज्ञासाओं लेकर अंर्तद्वंद चलता रहता है। उम्र के इस मोड़ पर संकोच और शर्म के चलते वह अपनी समस्याओं को दूसरों से शेयर नहीं कर पाते हैं, ऐसे में कई बार वह गलत रास्तों पर भी चल पड़ते हैं।

राष्‍ट्रीय किशोर स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रम के तहत तय की गई हैं छह प्राथमिकताएं

कार्यक्रम में है छह प्राथमिकताएं : राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किशोर-किशोरियों के लिए छह प्राथमिकताओं- पोषाहार, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य (एसआरएच), गैर-संचारी बीमारियां (एनसीडी), मादक द्रव्यों का दुरुपयोग, मानसिक स्वास्थ्य, चोट एवं हिसा (जेंडर आधारित हिंसा समेत) को शामिल किया गया है। इस एप के माध्यम से किशोरावस्था से जुड़े विषयों पर तकनीकी रूप से सही जानकारी मिलती है, साथ ही विशेषज्ञों द्वारा उनकी शंकाओं और जिज्ञासाओं का समाधान भी किया जाता है।

एप पर मौजूद है जानकारी व समाधान

जिला अस्पताल के किशोर स्वास्थ्य काउंसलर विष्णु प्रसाद का कहना है कि इस एप में शारीरिक बदलाव, मानसिक स्थिति, भावनात्मक परिवर्तन, त्वचा संबंधी समस्या, पोषण आहार, यौन संबंधी, नशा, अधिकार, योजना और जीवन कौशल संबंधी प्रश्नों के समाधान दिए गए हैं, जिससे इसके उपयोग करने वाले को काफी सुविधा होगी। शर्म और संकोच के चलते किशोर जिन समस्याओं को दूसरों से साझा नहीं कर पाते हैं, उनकी जानकारी और समाधान एप से मिल जाता है। किशोरावस्था में होने वाले बदलाव व उससे जुड़ी भ्रांतियों का समाधान महज एक क्लिक में होगा। किशोर-किशोरियों को उम्र के मुताबिक स्वास्थ्य मुद्दों पर सलाह मिल सकेगी। जीवन कौशल संबंधी प्रश्नों का समाधान व साथिया हेल्पलाइन द्वारा सलाहकारों से जानकारी भी मिलेगी।

इन समस्याओं का होगा निदान

जिला महिला अस्पताल की अर्श काउंसलर सीमा सिंह का कहना है कि इस एप की मदद से डिप्रेशन, बार-बार बीमार पड़ना, कहना न मानना, बहस करना, झूठ बोलना, चिड़चिड़ापन, धैर्य एवं पढ़ाई में एकाग्रता की कमी, दोस्तों, भाई-बहनों के साथ झगड़ा करना, ज्यादा वक्त घर के बाहर गुजारना, बात करने में झिझकना, परिजनों से बात करने में कतराना, छोटी छोटी बातों में घबरा जाना जैसी समस्याओं का निदान करने में आसानी होगी।

एप पर मिल रही है यह सेवाएं व सलाह

- प्रजनन स्वास्थ्य संबंधित परामर्श सेवाएं

- किशोरावस्था के दौरान पोषण समबंधित सलाह

- एनिमिया जांच, उपचार तथा रोकथाम का परामर्श

- माहवारी से संबंधित स्वच्छता एवं समस्याओं के निराकरण पर सलाह एवं उपचार

- प्रजनन तंत्र संक्रमण व यौन जनित रोगों पर परामर्श

- प्रसव पूर्व जांच एवं सलाह

- सुरक्षित गर्भपात हेतु मार्गदर्शन एवं सलाह

- समुचित रेफरल सेवा

- विवाह के सही उम्र की जानकारी के लिए परामर्श व

अन्य रोग एवं समस्याएं ( चर्म रोग, मानसिक तनाव, निराशा, नशापान, घरेलू एवं यौन हिंसा)

एप के जरिए आसानी से समाधान पा सकेंगे किशोर

बस्‍ती के सीएमओ डा. फखरेयार हुसैन बताते हैं कि साथिया सलाह एप के माध्यम से किशोर-किशोरियां अपनी उन समस्याओं का समाधान आसानी से पा सकेंगे। जिन्हें जिन समस्याओं को वह संकोचवश दूसरों से नहीं कह पाते हैं। वह स्मार्टफोन पर इसे प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। यह एक अच्छी पहल है, जिससे किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन व भ्रांतियों को दूर किया जा सकेगा।

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