North Eastern Railway: गोरखपुर स्टेशन पर नहीं चलेगा तेज नेटवर्क, रेलवे ने बंद की फ्री Wi-Fi सेवा Gorakhpur News
दरअसल रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए गोरखपुर सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराई है। यात्री एक घंटे तक मिलने वाले वाईफाई के तेज नेटवर्क का लाभ उठाते रहे हैं। इधर सेवा बंद होने से लाभ नहीं मिल पा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के साथ ही आम यात्रियों की परेशानियां भी बढ़ती जा रही हैं। अब रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के मोबाइल का नेटवर्क तेज नहीं चलेगा। वर्षों से मिल रही वाईफाई सेवा बंद हो गई है।
ट्रेनों के इंतजार करने वाले यात्रियों को निराशा ही हाथ लग रही है। जानकारी के अभाव में वे मोबाइल में वाईफाई का नेटवर्क तलाश रहे हैं लेकिन कनेक्शन नहीं जुड़ पा रहे है। फिर उदास मन से अपने नेटवर्क से काम चला रहे हैं। दरअसल, रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए गोरखपुर सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराई है। यात्री एक घंटे तक मिलने वाले वाईफाई के तेज नेटवर्क का लाभ उठाते रहे हैं। इधर सेवा बंद होने से लाभ नहीं मिल पा रहा है। जानकारों के अनुसार वाईफाई सेवा देने वाली निजी फर्म के साथ रेलवे का अनुबंध समाप्त हो गया है। अनुबंध की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई है लेकिन कबतक सेवा बहाल होगी। इसको लेकर संशय बना हुआ है।
रेलवे स्टेशन यार्ड में पटरी से उतरी खाली मालगाड़ी
रेलवे स्टेशन स्थित पूर्वी गुड्स यार्ड के लाइन नंबर दस पर रविवार की रात खाली मालगाड़ी पटरी से उतर गई। यात्री ट्रेनों का संचालन तो प्रभावित नहीं हुआ लेकिन गुड्स यार्ड में मालगाडिय़ों का संचालन बाधित हो गया। दरअसल, रात 12 बजे के आसपास कैंट से खाली मालगाड़ी स्टेशन के गुड्स यार्ड में प्रवेश कर रही थी। इसी बीच इंजन के पीछे वाले दो वैगन के चार चक्के पटरी से उतर गए। दुर्घटना का हूटर बजते ही रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। आननफानन संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए। मालगाड़ी को पटरी पर लाने में स्टेशन प्रबंधन का पसीना छूट गया। रेलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर तीनों वैगन को सोमवार को सुबह 10 बजे के आसपास पटरी पर ला दिया। इसके बाद स्टेशन प्रबंधन ने राहत की सांस ली। गुड््स यार्ड में मालगाडिय़ों का संचालन शुरू हो गया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए उच्च अधिकारियों की तीन सदस्यी टीम गठित कर दी गई है। जांच भी शुरू हो गई है। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।