गोरखपुर में क्‍यों क्‍वारंटाइन किए जा रहे हैं जानवर, ये है मामला

सबसे पहले विनोद वन से वन्यजीव लाए जाएंगे। इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश लखनऊ और कानपुर चिडिय़ाघर में रखे गए वन्यजीवों को लाया जाएगा। वन्यजीवों को चिडिय़ाघर लाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर एक माह तक क्वारंटाइन रखने की योजना बनाई गई है।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 12:57 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 07:02 PM (IST)
गोरखपुर में क्‍यों क्‍वारंटाइन किए जा रहे हैं जानवर, ये है मामला
शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान (चिडिय़ाघर) के अधिकतर बाड़ों के सैनिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। बाकी बचे कुछ बाड़ों के सैनिटाइजेशन का काम अंतिम चरण में है। इस बीच वन्यजीवों के लाए जाने की तैयारी भी पूरी कर ली गई। सबसे पहले विनोद वन से वन्यजीव लाए जाएंगे। इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश: लखनऊ और कानपुर चिडिय़ाघर में रखे गए वन्यजीवों को लाया जाएगा। वन्यजीवों को चिडिय़ाघर लाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर एक माह तक क्वारंटाइन रखने की योजना बनाई गई है।

पहले चरण में विनोद वन से लाए जाएंगे वन्यजीव

विनोद वन से वन्यजीवों को लाने के लिए विशेष तरह का पिजड़ा मंगाया गया है। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह के मुताबिक हमारी कोशिश सभी जानवरों को पिजड़े में ही रखकर लाने की होगी। जो जानवर पिजड़े में नहीं आएंगे, उन्हें डाक्टरों की देखरेख में बेहोश कर चिडिय़ाघर लाया जाएगा। लखनऊ और कानपुर से भी जानवरों को इसी तरह से लाया जाएगा।

विनोद वन से लाए जाएंगे ये वन्यजीव

विनोद वन में इस समय 10 चीतल हैं। इसमें तीन नर और सात मादा शामिल हैं। इनके अलावा दो हाक डियर, सात मोर, 20 रोज ङ्क्षरग पैराकिट्स और चार पाइथन भी इस समय विनोद वन में मौजूद हैं। सभी को पहले पिंजड़े में रखकर लाने की तैयारी है। जो जानवर पिंजड़े में नहीं लाए जा सकेंगे उन्हें बेहोश कर लाया जाएगा।

लखनऊ चिडिय़ाघर से लाए जाएंगे घडिय़ाल

शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में लाए जाने वाले कुछ वन्यजीवों को फिलहाल लखनऊ चिडिय़ाघर में रखा गया है। इसमें प्रमुख रूप से जंगली बिल्लियां, काल हिरण और घडिय़ाल शामिल हैं। विनोद वन से वन्यजीवों को लाए जाने के बाद लखनऊ चिडिय़ाघर से इन जीवों को लाया जाएगा।

कानपुर में रखे गए हैं हिप्पो व बंदर

गोरखपुर चिडिय़ाघर में लाए जाने वाले हिप्पो व विभिन्न प्रजाति के बंदरों को अभी कानपुर में रखा गया है। लखनऊ से घडिय़ाल, काला हिरण और जंगल बिल्लियों को लाए जाने के बाद कानपुर चिडिय़ाघर से हिप्पो और बंदरों को गोरखपुर चिडिय़ाघर लाया जाएगा।

जानवरों को लाने के लिए बनाई गई अलग-अलग टीम

अलग-अलग स्थानों से जानवरों को लाने के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई है। इन टीमों की देखरेख में ही विनोद वन, लखनऊ और कानपुर से जानवरों को लाया जाएगा। चिडि़या घर के पशु चिकित्‍सवक डा. योगेश प्रताप सिंह का कहना है कि अधिकतर बाड़ों के सैनिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। वन्यजीवों को लाए जाने की तैयारी चल रही है। वही चिडि़या घर के निदेशक एच राजा मोहन का कहना है कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव के निर्देश पर जानवरों को लाए जाने के लिए टीमें बनाई गई हैं। वन्यजीवों को लाए जाने का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी