कहीं चालू नहीं तो कहीं खराब पड़े हैं सीसीटीवी कैमरे Gorakhpur News

बस्ती जिले में नकली शराब के कारोबार को देखते हुए शराब की सभी दुकानों पर सितंबर 2020 में सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल की गई थी। आबकारी महकमे ने सभी दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं हैं मगर उनकी देखरेख का इंतजाम नहीं हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 03:10 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 03:10 PM (IST)
कहीं चालू नहीं तो कहीं खराब पड़े हैं सीसीटीवी कैमरे Gorakhpur News
कई जगहों पर खराब पड़े हैं सीसीटीवी कैमरे। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : बस्ती जिले में नकली शराब के कारोबार को देखते हुए शराब की सभी दुकानों पर सितंबर, 2020 में सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल की गई थी। आबकारी महकमे ने सभी दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं हैं, मगर उनकी देखरेख का इंतजाम नहीं हैं। कहीं सीसीटीवी कैमरे बंद हैं तो कहीं ठीक ढंग से रिकार्डिंग नहीं हो रही है। पिछले दिनों शहर के कटरा इलाके में एक व्यापारी की कार से पांच लाख रुपये उचक्कों ने उड़ा दिए थे। कार के पास ही देसी शराब की दुकान थी। पुलिस ने जब फुटेज चेक किया तो पता चला कि वह चल ही नहीं रहा था।

कई मामले पकड़े जाने पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का हुआ था निर्णय

पिछले साल कप्तानगंज और कोतवाली क्षेत्र में नकली शराब के धंधे का पर्दाफाश होने और दूसरे प्रदेशों से अंग्रेजी शराब की तस्करी का मामला सामने आने के बाद आबकारी महकमे ने शराब की दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया। सीसीटीवी कैमरों की मदद से दुकानों की निगरानी किए जाने की बात कही गई। सितंबर, 2020 में सभी दुकानों पर सीसीटीवी लगाने के लिए निर्देशित किया गया। इसी क्रम में जिले में देसी की 188, बीयर की 68 व अंग्रेजी शराब की 64 दुकानों के साथ ही चार माडल शाप पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। कैमरे तो लगा दिए गए, मगर उनके सेटअप की व्यवस्था ठीक से नहीं की गई। गनेशपुर के देसी शराब की दुकान में लगे कैमरे बिजली कटते ही बंद हो जाते हैं। कमोवेश यही हाल अधिकांश दुकानों का है। ऐसे में यदि कोई वारदात हो जाए तो सीसीटीवी कैमरा काम न करने के कारण उसकी फुटेज नहीं मिल पाएगी।

निरीक्षकों नहीं चेक कर रहे सीडीआर

व्यवस्था बनाई गई थी कि आबकारी निरीक्षक अपने-अपने तहसील क्षेत्र में स्थित शराब की दुकानों का माह में दो बार निरीक्षण करेंगे। इस दौरान सीसीटीवी का सीडीआर (काल डिटेल रिकार्ड) चेक करेंगे। इसमें कोई भी गड़बड़ी दिखी तो संबंधित दुकान के लाइसेंसी पर कार्रवाई करेंगे, मगर आबकारी निरीक्षक इन दुकानों पर कभी सीडीआर चेक करने जाते ही नहीं।

कैमरों की कराई जाएगी जांच

जिला आबकारी अधिकारी नवीन कुमार सिंह ने कहा कि शराब की दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कराई जाएगी। सीसीटीवी यदि बंद मिला या अन्य कोई गड़बड़ी मिली तो संबंधित लाइसेंसी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

18 अगस्त, 2020 को पकड़ी गई थी नकली शराब की फैक्ट्री

हाईवे पर कोतवाली क्षेत्र के बड़ेवन ओवरब्रिज के निकट किराये के मकान में संचालित नकली देसी शराब की फैक्ट्री क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम और कोतवाली पुलिस ने पकड़ी थी। मौके पर नकली शराब बनाने में प्रयुक्त की जाने वाली 640 लीटर रेक्टीफाइड स्प्रिट के साथ भारी मात्रा में शीशियों में पैक शराब बरामद की गई थी। मौके पर दो कारोबारी पकड़े गए थे। उनसे पूछताछ के बाद देसी शराब की चार दुकानों से 34543 शीशी नकली बंटी-बबली ब्रांड की शराब बरामद हुई थी। इसके पूर्व आठ अगस्त को स्वाट टीम और कप्तानगंज पुलिस ने तेलियाडीह चौराहे से सात लोगों को गिरफ्तार 665 लीटर रेक्टीफाइड स्प्रिट बरामद किया था।

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