Gorakhpur Weather Forecast: नेपाल तक पहुंचा जम्मू से उठा पश्चिमी विक्षोभ, पूर्वांचल के मौसम पर यह होगा असर
Gorakhpurweatherforecast तीन दिन पहले जम्मू के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ उत्तर प्रदेश के उत्तर में नेपाल तक पहुंच गया है। उधर बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5000 फीट की ऊंचाई पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र का प्रभाव यूपी तक हो रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। धूप और बादलों की रस्साकसी में बादल प्रभावी हैं। ऐसे में गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में बारिश का माहौल लगातार बना हुआ है। कुछ स्थानों पर रह-रह कर बूंदाबादी की भी खबर है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के अनुसार अगले तीन दिन तक रुक-रुक कर बारिश की वायुमंडलीय परिस्थितियां बनी हुई हैं। कहीं पर हल्की तो कहीं पर मध्यम बारिश के आसार हैं।
नेपाल तक पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक तीन दिन पहले जम्मू के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ तिब्बत की ओर जाने के क्रम में पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तर में नेपाल तक पहुंच गया है। उधर, बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5000 फीट की ऊंचाई पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र का प्रभाव पुरवा हवाओं के चलते रह-रह कर पूर्वी उत्तर प्रदेश होते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंच रहा है।
इन दोनों वायुमंडली परिस्थितियों के चलते पंजाब से शुरू होकर उत्तर प्रदेश, बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल तक हवा के कम दबाव की एक पट्टी भी बनी हुई है। इसके कारण आसमान में बादलों ने डेरा डाल रखा है। यह बादल कुछ स्थानों पर बूंदाबादी और कुछ स्थानों पर बारिश की वजह बन रहे हैं और अगले तीन-चार दिन तक बनते रहेंगे।
नीचे आया गोरखपुर का पारा
धूप न निकल पाने से गोरखपुर के तापमान मेें गिरावट दर्ज की गई है। लोगों को गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है। तापमान के आंकड़ों पर अगर ध्यान दें तो इस गुलाबी ठंड की वजह का पता चलती है। सोमवार की शाम अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि मंगलवार की सुबह न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक सिमट कर रह गया।
उत्तरी इलाकों में होगी ज्यादा बारिश
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि इस वायुमंडलीय परिस्थिति का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्से में ज्यादा पड़ेगा। कैंपियरगंज, जंगल कौड़िया, परतावल, फरेंदा, महराजगंज, निचलौल आदि स्थान पर मध्यम से लेकर भारी बारिश का पूर्वानुमान है। गोरखपुर के 50 फीसद हिस्से में भी हल्की से लेकर मध्यम बारिश का पूर्वानुमान मौसम विशेषज्ञ जता रहे हैं।