Gorakhpur Weather News: पछुआ हवाओं ने बढ़ाई ठंड, 13 डिग्री से नीचे आया पारा

Gorakhpur Weather News पिछले चौबीस घंटे से न्यूनतम तापमान में कोई अंतर आया है। दिन का अधिकतम तापमान में 0.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। सुबह के समय पुरुवा हवाएं चल रही थीं लेकिन दोपहर बाद से पछुआ हवाएं बहनी शुरू हो गईं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:33 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 03:11 PM (IST)
Gorakhpur Weather News: पछुआ हवाओं ने बढ़ाई ठंड, 13 डिग्री से नीचे आया पारा
गोरखपुर में तापमान 13 डिग्री से नीचे आ गया है। - अभ‍िनव चतुर्वेदी

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सोमवार दोपहर बाद से पछुआ हवाएं अधिकतम 11 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से बही। इसका असर यह रहा कि दिन रात में तापमान में कोई विशेष अंतर नहीं रहा, लेकिन पछुआ हवाओं ने ठंड बढ़ा दी। शाम होते ही तमाम लोग फुल जैकेट व अन्य गर्म कपड़ों में देखे गए।

0.1 डिग्री सेल्सियस बढ़ा द‍िन का तापमान

पिछले चौबीस घंटे से न्यूनतम तापमान में कोई अंतर आया है। दिन का अधिकतम तापमान में 0.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। सुबह के समय पुरुवा हवाएं चल रही थीं, लेकिन दोपहर बाद से पछुआ हवाएं बहनी शुरू हो गईं और इसकी अधिकतम गति 11 किलोमीटर प्रति घंटे रही। इसके चलते लोगों को ठंड का आभास हुआ। स्थिति यह रही कि दिन में सिर्फ शर्ट पहनकर काम चलाने वाले लोग भी शाम होते ही जैकेट व गर्म कपड़े पहने नजर आए।

शाम होते ही पछुआ हवाएं बढ़ा रही हैं ठंड

दिन में चटख धूप के चलते लोगों से गर्म कपड़े बर्दास्त नहीं हो रहे हैं और दोपहर से पछुआ हवाएं चलने के कारण शाम होते-होते ठंड बढ़ जा रही है। इसके चलते लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि मंगलवार की सुबह हल्का कोहरा छाया रह सकता है। दिन में हल्के बादल छाये रह सकते हैं। दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है और सुबह का न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। सुबह 10 बजे के बाद पछुआ हवाएं चल सकती हैं, इनकी गति 3 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।

200 से नीचे आया एक्युआइ

पिछले 48 घंटे से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्युआइ) के स्तर में सुधार देखने को मिला है। रविवार रात करीब 10 बजे एक्युआइ 211 रहा, जबकि सोमवार रात करीब 10 बजे एक्युआइ 182 रहा। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि लोग को एक्युआई के प्रति गंभीर होंगे तभी वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है। वाहनों का कम से कम उपयोग करें। विद्युत का फिजूल खर्च न करें।

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