महराजगंज में 4500 रुपये में बेच रहे थे तमंचा, तीन लोग गिरफ्तार

महराजगंज जिले के सदर कोतवाली पुलिस ने आपरेशन तमंचा अभियान के क्रम में अवैध असलहों की दुकान चला रहे कोतवाली के सक्रिय हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल के साथ दो ग्राहकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:10 AM (IST)
महराजगंज में 4500 रुपये में बेच रहे थे तमंचा, तीन लोग गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपित के साथ एसपी प्रदीप गुप्ता। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : महराजगंज जिले के सदर कोतवाली पुलिस ने आपरेशन तमंचा अभियान के क्रम में अवैध असलहों की दुकान चला रहे कोतवाली के सक्रिय हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल के साथ दो ग्राहकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इनके पास से 10 अवैध तमंचा और कारतूस भी बरामद किया गया हैं। हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल बिहार से असलहा और कारतूस की खेप लाकर महराजगंज अपने घर से ही अपराध की दुकान चला रहा था। तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर मामले का पर्दाफाश किया है।

वाहन चेकिंग के दौरान भागने लगा बदमाश

एसपी ने बताया कि सदर कोतवाली पुलिस आपरेशन तमंचा और यातायात नियमों के पालन को लेकर बेलवाकाजी में वाहन चेकिंग कर रहे थे। चेकिंग के दौरान बागापार निवासी संदेश पुलिस को देखकर भागने लगा, उसे पकड़ने के बाद उसके पास से एक अवैध तमंचा और एक कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह इसे अराजी जगपुर से खरीदकर ला रहा है। साथ ही अपने साथ केवलापुर निवासी राजेंद्र के भी तमंचा खरीदने की बात बताई, जिसे एक तमंचा और एक कारतूस के साथ फुर्सतपुर शराब की भट्ठी से शराब पीते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों की निशानदेही पर अराजी जगपुर में कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल के घर पर छापेमारी की गई तो वहां से आठ देसी तमंचा और आठ कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में मुख्य आरोपित रामसुरेश ने बताया कि वह यह असलहे बिहार से लेकर आता है और उसे महराजगंज और सिद्धार्थनगर आदि के लोगों के हाथों बेचता है।

तीन हजार रुपये में बिहार से लाता था देसी तमंचा

पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपित रामसुरेश उर्फ कोईल ने बताया है कि वह बिहार से तीन हजार से 3200 रुपये में एक असलहा लाकर उसे 4500 से पांच हजार रुपये में बेचता था। कारतूस 200 से 300 रुपये में देता था। आरोपित ने यह भी बताया है कि कारतूस भी वह बिहार के ही एक जानने वाले से लेता था।

खराब होने पर तमंचों की मरम्मत की भी लेता था जिम्मेदारी

मुख्य आरोपित रामसुरेश के अनुसार जिले में अबतक उसने 50 से अधिक तमंचे बेचे हैं। तमंचों की बिक्री के समय ग्राहकों को उसके खराब होने पर उसके मरम्मत कराने का भी आश्वासन देता था। उसके साथ गिरफ्तार हुए संदेश और राजेंद्र ने बताया कि रामसुरेश ने उन्हें भी तमंचा के खराब होने पर मरम्मत कराने का ठिकाना अपना घर ही बताया था।

बिहार में भी भेजी गई महराजगंज पुलिस टीम

आपरेशन तमंचा के तहत अवैध असलहों की बरामदगी के साथ ही उसकी जड़ में जाकर निर्माण करने वालों को जेल भेजने के क्रम में महराजगंज पुलिस बिहार में मुख्य आरोपित के उस जानने वाले की तलाश में गई है। उसके पास से आरोपित तमंचा की खरीद करता था।

पुलिस टीम को एसपी ने दी बधाई

आपरेशन तमंचा में बेहतर कार्य करते हुए 10 अवैध असलहों की बरामदगी और तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद एसपी प्रदीप गुप्ता ने सदर कोतवाल मनीष सिंह यादव उपनिरीक्षक महेंद्र यादव की टीम के सदस्य रमेश यादव, रंजीत पांडेय, बृजेश यादव, रामप्रवेश यादव, राजेश यादव, अंकित यादव व अनिल यादव को बधाई दी है।

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