सूचनाओं के आदान-प्रदान का बेहतर माध्यम बनेगी वेबसाइट Gorakhpur News

महाराणा प्रताप इंटर कालेज के बलरामपुर सभागार में विद्यालय की वार्षिक कार्ययोजना बैठक के दौरान विद्यालय की वेबसाइट का उद्घाटन

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 12:18 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 12:18 PM (IST)
सूचनाओं के आदान-प्रदान का बेहतर माध्यम बनेगी वेबसाइट Gorakhpur News
सूचनाओं के आदान-प्रदान का बेहतर माध्यम बनेगी वेबसाइट Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान का विद्यालय का यह वेबसाइट बेहतर माध्यम बनेगा। इसके जरिये विद्यालय में होने वाली प्रत्येक गतिविधियों से समाज के लोग अवगत हो सकेंगे।

महाराणा प्रताप इंटर कालेज में वेबसाइट का उद्घाटन

यह बातें महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सदस्य प्रमथ नाथ मिश्र ने कही। वह महाराणा प्रताप इंटर कालेज के बलरामपुर सभागार में विद्यालय की वार्षिक कार्ययोजना बैठक के दौरान विद्यालय की वेबसाइट का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। दिग्विजयनाथ महाविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ.पवन पांडेय ने ऑनलाइन शिक्षण की समस्याएं और समाधान विषय पर बोलते हुए कहा कि कोरोना संकटकाल में ऑनलाइन शिक्षण ही एकमात्र विकल्प है। प्रत्येक अध्यापक को तकनीकी रूप से सक्षम होते हुए शिक्षण कार्य संपन्न कराना होगा।

अब इसी माध्यम से छात्रों को पढ़ाना होगा

उन्‍होंने कहा कि अब वाट्सएप, मीटिंग एप, पीपीटी, आडियो, वीडियो कंटेंट, पीडीएफ नोट्स के माध्यम से छात्रों को पढ़ाना होगा। इस समय कई प्रकार के एप से शिक्षण कार्य हो रहा है। प्रधानाचार्य डॉ.अरुण कुमार सिंह ने कहा कि संस्था हित में ऑनलाइन शिक्षण इस समय एकमात्र विकल्प है। जिसके जरिये हम छात्रों तक पहुंच कर उनकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। इससे छात्रों के बौद्धिक स्‍तर का विकास होगा। इस दौरान विद्यालय के समस्त शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।

स्मार्ट क्लास के लिए शैक्षिक स्टूडियो का प्रस्ताव पारित

महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज व महाराणा प्रताप चिल्ड्रेन एकेडमी के तीन दिवसीय शैक्षिक कार्यशाला एवं योजना बैठक का समापन हो गया। बैठक में स्मार्ट क्लास के लिए शैक्षिक स्टूडियो बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमथनाथ मिश्र ने डिजिटल के क्षेत्र में विद्यालय के आगे बढऩे पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों का ध्यान स्वअनुशासन व समय की पाबंदी की तरफ आकृष्ट कराया। इस दौरान विद्यालय के शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे। 

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