डूबीं सड़कें, गलिया और घरों-दुकानों में घुसा पानी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : मानसून की दूसरी बारिश ने लोगों को गर्मी व उमस से राहत तो दी ल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Jul 2018 01:55 AM (IST) Updated:Mon, 02 Jul 2018 01:55 AM (IST)
डूबीं सड़कें, गलिया और घरों-दुकानों में घुसा पानी
डूबीं सड़कें, गलिया और घरों-दुकानों में घुसा पानी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : मानसून की दूसरी बारिश ने लोगों को गर्मी व उमस से राहत तो दी लेकिन जगह-जगह हुए जलजमाव ने मुसीबत बढ़ा दी। शहर में कई जगह भारी जलभराव हुआ तो नाले ओवरफ्लो कर गए। विभिन्न मोहल्लों में सड़कों पर पानी भरने से लोग बड़ी मुश्किल से आ जा रहे हैं। कई दो पहिया वाहन साइलेंसर में पानी भर जाने से बंद हो गए।

रविवार की भोर में शुरू हुई बारिश से कहीं घरों में पानी घुस गया है तो कहीं दुकानों में। रास्तों पर चलना भी दुश्वार हो गया है। शहर के मुख्य नालों के चोक होने के कारण जलभराव हुआ। हर रास्ते पर आधा-आधा फीट तक पानी भरा हुआ है।

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इन क्षेत्रों में लगा पानी

बक्शीपुर, धर्मशाला बाजार अंडरपास, अग्रसेन तिराहे से जुबिली इंटर कॉलेज रोड, सदर अस्पताल, धर्मशाला बाजार, माया बाजार, जिला परिषद रोड, दाउदपुर, हट्टी माई स्थान और जिला अस्पताल परिसर में जलभराव के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं रसूलपुर भट्ठा, सिधारीपुर, रसूलपुर, अजय नगर, सूरजकुंड, जिलाधिकारी कार्यालय परिसर, विजय चौराहा, सिनेमा रोड, बक्शीपुर, नखास, साहबगंज, छोटे काजीपुर, रुस्तमपुर, आजाद चौक, चक्सा हुसैन, आरटीओ परिसर, इलाहीबाग, पिपरापुर, बहादुर शाह जफर कालोनी, बेतियाहाता दक्षिणी, गोलघर, भेडिय़ागढ़, असुरन, मेडिकल कालेज रोड समेत कई इलाकों में जलभराव हुआ।

बेतियाहाता दक्षिणी, नंदानगर, चक्सा हुसैन मोहल्ले में लोगों का घर से निकलना मुश्किल हुआ। कई मोहल्लों में देर शाम तक सड़क पर घुटने तक पानी लगा रहा। वहीं सिनेमा रोड, बैंक रोड, रेती से घटाघर, घोषकंपनी से नखास रोड, तारामंडल, विवेकपुरम, रायगंज रोड, प्रेमचंद पार्क रोड, हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग पर भी भारी जलजमाव हुआ।

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बचाव की तैयारी सिर्फ कागज में

- बारिश शुरू होने से पहले नगर निगम प्रशासन बड़े-बड़े दावे कर रहा था, मगर बारिश ने दावे की हवा निकाल दी। 27 जून को हुई बारिश में उन-उन मोहल्लों में जलभराव हुआ जहां कभी पानी नहीं लगता था। निगम ने सभी वार्डो में जलभराव के मद्देनजर तीन-तीन टीमें बनाईं थीं, लेकिन मौके पर कोई कर्मचारी नजर नहीं आया। घरों और दुकानों में पानी घुसने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। रविवार को हुई बारिश में भी कुछ वैसे ही हालात बन गए थे।

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कई स्थानों पर धंसी सड़कें

हरिओम नगर से आंबेडकर चौराहे तक जाने वाली सड़क अभी ठीक भी नहीं हुई कि तारामंडल क्षेत्र में सर्किट हाउस जाने वाली सड़क कई जगहों से धंस गई है। इस्माइलपुर, सिनेमा रोड, अलहदादपुर से रायगंज रोड भी क्षतिग्रस्त हो गई है।

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निर्माण विभाग सिर्फ ठेकेदार के भरोसे

नगर निगम का निर्माण विभाग पूरी तरह ठेकेदारों पर निर्भर है। पूरे शहर में सौ से ज्यादा जगहों पर नाले- नालियां क्षतिग्रस्त हैं, मगर उसे ठीक नहीं कराया गया। इसके कारण बारिश का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क और घरों में जा रहा है। चूंकि ठेकेदारों का निगम पर बकाया है इसलिए वे बिना भुगतान के छोटे-मोटे कार्य करने से कतरा रहे हैं। मानसून को देखते हुए तीन दिनों तक लगातार बारिश होने की संभावना है। ऐसे में भारी बारिश शहरवासियों के लिए मुसीबत बन सकती है।

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बारिश को लेकर नगर निगम पूरी तरह सक्रिय है। जलनिकासी के लिए 49 से अधिक जगहों पर लगातार पंप चल रहे हैं। बंधे के किनारे मौजूद रेगुलेटर भी 24 घंटे चलाया जा रहे हैं। कहीं से भी जलभराव की सूचना मिलने पर तत्काल टीम भेजी जा रही है। जिन कालोनियों में पानी निकासी का इंतजाम नहीं है, वहां पंप लगाया गया है। पहले जैसी स्थिति अब नहीं आएगी।

प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त

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पूरी कोशिश है कि कहीं भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो। निगम के अधिकारियों समेत कई टीमें लगातार मौके पर जाकर निरीक्षण कर रही हैं। पॉलीथिन के कारण कुछ जगहों पर नाले जाम हैं और पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर आ रहा है। कुछ निचले हिस्सों में पानी जमा हो जाता है जिसके निकासी के लिए 24 घंटे पंप चल रहे हैं।

सीताराम जायसवाल, महापौर

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जीडीए की मेहरबानी से देवरिया रोड पर पानी

गोरखपुर। देवरिया रोड पर सिंघड़िया और एमएमएमयूटी के बीच पानी लगा है। आवागमन मुश्किल है। यहां के नागरिकों में इंजीनियर मनोज पांडेय, हृदय नारायण मिश्र, योगेश पांडेय, श्री भागवत आदि का कहना है कि जीडीए की कालोनाइजरों पर मेहरबानी के चलते यह नौबत आयी है। इस रास्ते के बीच में बने पुलिया से एयरफोर्स तक का पानी निकलता था, रामगढ़ताल तक सीधे पानी जाता था। लेकिन जल निकासी के स्थान पर भी भवन बना दिए गए हैं। इसके चलते पिछले पांच-छह साल से हर बारिश में देवरिया रोड पर पानी लग रहा है। लोगों की जिंदगी नारकीय हो गई है।

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