कुशीनगर के बुद्ध कालीन प्राचीन खंडहरों में भरने लगा पानी

कुशीनगर के प्राचीन बुद्ध कालीन खंडहरों में पानी भरने से समस्या खड़ी हो गई है यहां के पुरावशेषों के क्षरण का खतरा उत्पन्न हो गया है कुशीनगर भ्रमण करने आने वाले लोग इन्हीं खंडहरों का अवलोकन करते हैं यहां पानी भरने की समस्या काफी पुराने समय से है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 04:00 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 04:00 AM (IST)
कुशीनगर के बुद्ध कालीन प्राचीन खंडहरों में भरने लगा पानी
कुशीनगर के बुद्ध कालीन प्राचीन खंडहरों में भरने लगा पानी

कुशीनगर : अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में पुरातात्विक खोदाई में मिले खंडहरों में बारिश के चलते जलभराव हो गया है। खोदाई के 145 वर्षों बाद भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा जल निकासी का उचित प्रबंध नहीं किए जाने के कारण माथा कुंवर बुद्ध मंदिर परिसर के खंडहर लगभग छह माह तक पानी डूबे रहते हैं। मंदिर के अंदर बुद्ध प्रतिमा तक पानी पहुंच जाता है। बरसात में मंदिर जल भराव के कारण बंद भी कर दिया जाता है। इस मंदिर में 1876 की खोदाई में प्राप्त बुद्ध की 10.5 फुट ऊंची भू-स्पर्श मुद्रा में काले कसौटी पत्थर से बनी प्रतिमा स्थापित है। इसका निर्माण 11 वीं सदी में कलचुरि राजा द्वारा करवाया गया था। विभाग के अनुसार खंडहर व प्रतिमा का मूल स्वरूप बना रहे इसलिए उसे ऊपर नहीं उठाया जाता है।

संरक्षण सहायक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण उप अंचल शादाब खान ने कहा कि प्राचीन माथा कुंवर बुद्ध मंदिर धरातल से काफी नीचे स्थित है। बरसात का पानी धीरे-धीरे भरने लगा है। पंपिग सेट लगाकर जल निकासी कराई जाएगी।

बारिश से धंसा मार्ग, बंद हो सकता है आवागमन

छोटी गंडक नदी के तटबंध पर बना टेकुआटार-रामनगर मार्ग लगातार बारिश की वजह से कई जगह धंस गया है, रेनकट से आधा दर्जन स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। इस मार्ग पर कभी भी आवागमन बंद हो सकता है।

क्षेत्र के इस प्रमुख मार्ग से भारी वाहनों का आवागमन खतरनाक हो गया है। शीघ्र ही मरम्मत नहीं हुई तो मार्ग पर आवाजाही ठप हो जाएगी। इस मार्ग से कुरहवां, सोहसा मठिया, सोहसा पट्टी गौसी, परवरपार, रामनगर, परसौना, मंझरिया, कुरमौटा, छेरिहवां, नरकटिया बाजार सहित दर्जनों गांव जुड़े हैं। इन दिनों हुई लगातार बारिश से सोहसा और सतुगडहीं देवी स्थान के बीच पिच सड़क धंस गई है। स्थानीय निवासी निखिल राव, अखिलेश ओझा, शिवाकांत, रमेश राव, मुकेश राव ने बताया कि मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई है। लोक निर्माण विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। वह गंडक विभाग के सिर पर जिम्मेदारी टालता है तो गंडक विभाग लोनिवि पर। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता हेमराज ने कहा कि विभाग के संबंधित जेई को मौके पर भेजा जा रहा है, मार्ग की मरम्मत कराई जाएगी।

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