यूपी के इस जिले के गांवों में घुसने लगा पानी, घर छोड़कर भागने लगे लोग
संतकबीर नगर जिले की धनघटा तहसील के कुछ गांवों में सरयू नदी का पानी घुसने लगा है। मजबूर होकर लोग नाव के सहारे अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ जाने लगे हैं। गांवों से बच्चे बुजुर्ग और महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : संतकबीर नगर जिले की धनघटा तहसील के कुछ गांवों में सरयू नदी का पानी घुसने लगा है। मजबूर होकर लोग नाव के सहारे अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ जाने लगे हैं। गांवों से बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। नदी का जल स्तर खतरे के निशान से महज पांच सेमी नीचे है और बढ़त लगातार जारी है।
कई गांवों के किनारे पहुंच गया बाढ़ का पानी
शुक्रवार शाम सरयू का जलस्तर 79.20 मीटर रहा, यह शनिवार सुबह 79.30 हो गया। खतरे का निशान 79.35 है। जलस्तर बढ़ने से सीयर खुर्द, गायघाट, ढोलबजा, गुणवतिया, कंचनपुर, भौवापार,पटौआ, खालेपुरवा, मदरा आदि गांव के किनारे बाढ़ का पानी पहुंच गया है। इन गांवों का रास्ता भी बंद हो चुका है। नदी और बांध के अंदर बसे गांव के निवासी नाव के सहारे बांध की तरफ जाने लगे हैं। सीयर गांव के चैतू, विंदेश्वरी, खरभान, घरभरन, सुमिरन आदि लोगों का कहना है कि बाढ़ के भय से मजबूरी में घर छोड़कर पलायन करने की मजबूरी आन पड़ी है। सरकारी स्तर से उन्हें अभी तक कोई सुविधा नहीं मिल सकी है। हालांकि तहसीलदार रत्नेश तिवारी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। जहां से भी समस्या की सूचना मिल रही है वहां तत्काल राहत के प्रबंध किए जा रहे हैं।
क्षतिग्रस्त बघुआ-नंदौर मार्ग के लिए लोगों ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
क्षतिग्रस्त बघुआ-नंदौर मार्ग के लिए लोगों ने बघौली ब्लाक मुख्यालय पर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इसमें क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया। दर्जनों लोगों ने हस्ताक्षर कर अभियान में स्वयं को शामिल कर लिए। लोगों ने कहा कि इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढा होने की वजह से आने-जाने में लोगों को काफी दिक्कत होती है।
क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत न होने पर एक अगस्त से आमरण अनशन
हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व करने वाले बघौली ब्लाक के बरईपार गांव के निवासी विजय प्रताप सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से मार्ग पर अक्सर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। यदि क्षतिग्रस्त मार्ग का जल्द मरम्मत नहीं कराया गया तो एक अगस्त से क्षेत्र के कोपिया शिव मंदिर पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। इसकी सूचना डीएम को दे दी जाएगी। यदि कार्यदायी संस्था व जिला प्रशासन के अधिकारी क्षतिग्रस्त सड़क को बनवाने में रुचि नहीं दिखाए तो चंदा एकत्र करके इस क्षतिग्रस्त मार्ग को चलने लायक बनवाया जाएगा। इस अवसर पर राम नगीना सिंह, गुडडू चौधरी, राजा सिंह, अजय, रामकेश, मोनू पाठक, राजू भारतीय के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।