तारामंडल में जलजमाव से मिलेगी निजात, 4.52 करोड़ से बनेगा पक्का नाला Gorakhpur News
तारामंडल क्षेत्र की कालोनियों का पानी पहले चिड़ियाघर वाली जगह के रास्ते निकलता था। चिड़ियाघर की चहारदिवारी बनी तो वहां से पानी निकलने का रास्ता बंद हो गया। जिसके कारण पिछली बरसात में पूरी तारामंडल कालोनी जलमग्न हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। तारामंडल क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अगली बरसात में जल जमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस क्षेत्र की कालोनियों में लगने वाले पानी को निकालने के लिए 4.5218 करोड़ रुपये की लागत से 2.137 किलोमीटर लंबा पक्का नाला बनाने की तैयारी है। इस नाले के सहारे इस क्षेत्र की कालोनियों का पानी आसानी से निकल जाएगा। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) व नगर निगम मिलकर इस नाले का निर्माण करेंगे। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने इससे जुड़े विभागों को जल्द से जल्द नाले का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने का निर्देश दिया है।
पहले यहां से निकलता था पानी
तारामंडल क्षेत्र की कालोनियों का पानी पहले चिड़ियाघर वाली जगह के रास्ते निकलता था। चिड़ियाघर की चहारदिवारी बनी तो वहां से पानी निकलने का रास्ता बंद हो गया। जिसके कारण पिछली बरसात में पूरी तारामंडल कालोनी जलमग्न हो गई। आनन-फानन में चिड़ियाघर की चहारदिवारी तोड़कर पानी निकालने का रास्ता बनाना पड़ा था। इसके बाद इस क्षेत्र से पानी निकालने की स्थायी व्यवस्था के बारे में मंथन शुरू हुआ। मंथन के बाद बौद्ध संग्रहालय से विवेकपुरम, गार्डेनिया होते हुए परसहिया पंप हाउस के पास रामगढ़ गांव तक नाला बनाने का निर्णय लिया गया। पानी निकालने के लिए इस साल वहां कच्चे नाले की खोदाई कराई गई, जिससे काफी हद तक राहत मिली। चिड़ियाघर के निर्माण के समय नाले के लिए भी कुछ बजट आवंटित हुआ था। अब उसका प्रयोग इस नाले को बनाने में होगा।
शासन से और 1.06 करोड़ रुपये मांगे जाएंगे
इस बजट के अलावा 1.06 करोड़ रुपये शासन से और मांगे जाएंगे। मंडलायुक्त ने इस नाले को लेकर नगर आयुक्त, संयुक्त विकास आयुक्त, जीडीए के सचिव, राजकीय निर्माण निगम के जीएम व जल निगम के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। उन्होंने जीडीए, जल निगम व राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि तारामंडल क्षेत्र में जल निकासी के लिए बनने वाले नाले के प्रस्ताव को जल्द से जल्द शासन को भेजा जाए।