देवरिया में सरयू व राप्ती का जलस्तर स्थिर, खतरे के निशान से 65 सेमी ऊपर बह रही नदी

सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर घटने लगा है। सरयू नदी खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वहां पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेका पर चलने वाली इंजन युक्त नाव विगत एक माह से अनियमित रूप से चल रही है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:30 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:30 AM (IST)
देवरिया में सरयू व राप्ती का जलस्तर स्थिर, खतरे के निशान से 65 सेमी ऊपर बह रही नदी
बरहज के ग्राम कपरवार के निकट बहती राप्ती नदी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया में सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर स्थिर रहने के बाद घटने लगा है। सरयू नदी खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर पांच सेंटीमीटर कम हुआ है। सरयू नदी में पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेका पर चलने वाली इंजन युक्त नाव विगत एक माह से अनियमित रूप से चल रही है। एक नाव खराब है, दूसरी का संचालन मनमाना हो रहा है। अभी भी विशुनपुर देवार के छह टोले के लोगों की दुश्वारी बरकरार है।

जलस्‍तर घटना पांच सेंटीमीटर

हाल यह है कि आज भी नाव नहीं चली। लोगों को मजबूरन निजी नाव से नदी पार आना जाना पड़ रहा है। विशुनपुर देवार के छह टोलों के लोग नाव नहीं होने से पानी से होकर आवागमन कर रहे हैं। सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.15 मीटर पर बह रही है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर है। जलस्तर पांच सेंटीमीटर घटा है। कपरवार में राप्ती नदी का जलस्तर घट रहा है। सरयू नदी पार के गांव विशुनपुर देवार के स्कुलहिया टोला,कतलहिया टोला, पुराना हरिजन बस्ती, चौहान बस्ती, बांके यादव के टोला के लोग नाव नहीं चलने से पानी से होकर आवागमन कर रहे हैं।

ग्रामीणों की सुनिए पीड़ा

परसिया देवार के रमाशंकर यादव, मुन्ना चौहान, कांग्रेस के अनिल निषाद, ओमप्रकाश यादव ने बताया कि सरयू नदी में चलने वाला इंजन युक्त नाव का संचालन बंद है, जिससे नाव से आना-जाना पड़ रहा है। इस प्रकार से नाव की यात्रा जोखिम भरी है। सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। जलस्तर कम होने के बाद भी टोलों के चारो तरफ पानी है। आवागमन में दिक्कतें हो रही है।

जल्‍द इंजनयुक्‍त नाव का होगा संचालन

पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अखिलेश राम ने कहा कि लोगों की समस्या को देखते हुए जल्द इंजन युक्त नाव का संचालन सुचारू रूप से शुरू करा दिया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर इंतजाम किया जा रहा है।

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