गोरखपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए रुपये मांगने वाला वार्ड ब्वाय गिरफ्तार, गार्ड की तलाश

मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए 15 हजार रुपये रिश्वत मांगने वाले वार्ड ब्वाय को गुलरिहा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। दूसरे आरोपित सिक्योरिटी गार्ड की तलाश चल रही है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 03:00 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 03:00 PM (IST)
गोरखपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए रुपये मांगने वाला वार्ड ब्वाय गिरफ्तार, गार्ड की तलाश
पुलिस गिरफ्त में श्‍वत मांगने वाला वार्ड ब्वाय प्रदीप चौहान, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमित को मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए 15 हजार रुपये रिश्वत मांगने वाले वार्ड ब्वाय को गुलरिहा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। दूसरे आरोपित सिक्योरिटी गार्ड की तलाश चल रही है।

प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा मनोज पाठक ने बताया कि रामपुर खुर्द निवासी दिलीप सिंह 30 अप्रैल को कोरोना संक्रमित अपनी मां बीआरडी मेडिकल कालेज मे भर्ती कराने का प्रयास कर रहे थे। कोरोना वार्ड के सामने मिले वार्ड ब्वाय प्रदीप चौहान निवासी जंगल छत्रधारी टोला मीरगंज, पिपराईच और सिक्योरिटी गार्ड राहुल सिंह उर्फ गोलू सिंह भर्ती कराने के लिए 15 हजार रुपये मांगने लगे। लंबी वेटिंग का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि रुपये न देने पर एक सप्ताह तक मरीज भर्ती नहीं होगा। एडवांस के तौर पर दिलीप से उन्होंने दो हजार रुपये भी ले लिया। रुपये लेने के बाद भी इन लोगों ने उनकी मां को भर्ती नही कराया। दिलीप की तहरीर पर वार्ड ब्वाय प्रदीप चौहान व सिक्योरिटी गार्ड राहुल सिंह जालसाजी कर रुपये हड़पने, 7/13 भ्रष्टाचार अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि प्रदीप चौहान के पास से बतौर रिश्वत लिए गए दो हजार रुपये बरामद हुए।

फर्जी पर्चे पर रेमडेसिविर लेने आए नौ लोग हिरासत में

आपदा प्रबंधन विभाग में लाइन लगाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेने आए नौ लोगों को अस्पताल के फर्जी पर्चे के साथ पकड़ा गया। देर रात उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। कार्रवाई की जानकारी होने पर नंबर लगाने वाले 19 लोग इंजेक्शन लेने आए नहीं पहुंचे। रेमडेसिविर लेने के लिए आपदा प्रबंधन कार्यालय पर भीड़ जुट रही है। टोकन वितरित कर सभी को नंबर से इंजेक्शन दिया जा रहा है। फर्जीवाड़ा न होने पाए, इसके लिए कलेक्ट्रेट पुलिस चौकी की पुलिस सादी वर्दी में वहां मौजूद थी। डाक्टर के पर्चे के वेरीफिकेशन में नौ लोग ऐसे मिले, जिनके मरीज के अस्पताल में भर्ती होने से संबंधित अस्पताल प्रबंधन ने इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें पकड़कर कैंट थाने ले जाया गया। पूछताछ में पता चला कि होम आइसोलेशन में मरीज थे और उन्होंने गलत तरीके से पर्ची तैयार की थी। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि शनिवार को 317 डोज रेडमेसिविर दिया गया। गलत पर्चे पर नौ लोगों को पकड़ा गया था। 19 लोग नंबर लगाने के बाद इंजेक्शन लेने नहीं आए। इस तरह की जांच आगे भी की जाएगी।

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