शस्त्र पूजन कर स्वयंसेवकों ने लिया राष्ट्रीय एकता का संकल्प

मुख्य वक्ता डा. एसके वर्मा ने कहा कि आद्य सर संघचालक डा. केशव बलिराम हेडगेवार ने वर्ष 1924 में विजयादशमी पर्व पर नागपुर में पहली शाखा लगाकर संघ की स्थापना की थी। इसी क्रम में उन्होंने काशी में ब्रह्माघाट पर उत्तर भारत की पहली शाखा शुरू की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:32 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:32 AM (IST)
शस्त्र पूजन कर स्वयंसेवकों ने लिया राष्ट्रीय एकता का संकल्प
शस्त्र पूजन कर स्वयंसेवकों ने लिया राष्ट्रीय एकता का संकल्प

महराजगंज: राष्ट्रीयता एवं संप्रभुता के संकल्प के साथ शुक्रवार को विजयादशमी पर्व पर आरएसएस द्वारा शस्त्र पूजन कार्यक्रम जवाहरलाल नेहरू पीजी कालेज के सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम शुरू होने से पहले सभी ने संघ का गीत गाया। इस दौरान सभी स्वयंसेवकों का चंदन लगाकर अभिवादन किया गया। जिला संघ चालक रमाशंकर गुप्त ने शस्त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान लोगों को राष्ट्र धर्म के आदर्शो पर चलने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता डा. एसके वर्मा ने कहा कि आद्य सर संघचालक डा. केशव बलिराम हेडगेवार ने वर्ष 1924 में विजयादशमी पर्व पर नागपुर में पहली शाखा लगाकर संघ की स्थापना की थी। इसी क्रम में उन्होंने काशी में ब्रह्माघाट पर उत्तर भारत की पहली शाखा शुरू की। देखते ही देखते राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन बन चुका है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में डाक्टर साहब का अहम योगदान था। उन्होंने ऐसे संगठन की नींव रखी, जिसके सदस्यों ने भी देश के आजादी आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और बलिदान दिया।

जिला प्रचारक शाश्वत ने कहा की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन हुई थी। दशमी पर शस्त्र पूजन का विधान है। प्रत्येक स्वयं सेवक राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए कर्तव्य पथ पर अडिग होकर कार्य कर रहा है। संघ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में हर साल शस्त्र पूजन का विशेष महत्व रहता है। सह जिला कार्यवाह शिवाकांत, नगर संघ चालक श्रीभागवत सिंह, खंड संघचालक विमल पांडेय, राजकुमार गुप्ता, केदारनाथ गुप्ता, राजेश मद्धेशिया, मेवालाल, भाजपा जिलाध्यक्ष परदेसी रविदास, चिटूशुक्ला, अजय जायसवाल,अमरनाथ गुप्ता, अमरनाथ पासवान, राजेंद्र पटेल,अनिल राय,सोनू अग्रहरी,सतीश निगम,मनीष यादव, देवेश श्रीवास्तव, सुनील यादव मौजूद रहे।

नौतनवा संवाददाता के अनुसार विजयादशमी उत्सव पर शनिवार सुबह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में शस्त्र पूजन का आयोजन किया। इस अवसर पर संघ के सदस्यों ने हथियारों पर पुष्प वर्षा कर पूजा की और देशभक्ति गीत गाए गए। संघ के विस्तारक मुख्य वक्ता अजय ने विजयादशमी पर्व पर प्रकाश डाला, और इस पर्व की महत्ता के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने बताया कि आज ही के दिन 1925 में संस्थापक डा. केशव राव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। संघ राष्ट्रीय एकता के साथ ही सामाजिक दायरे में पूरी तरह से सक्रिय है। सभी देशवासियों का एक ही उद्देश्य होना चाहिए। स्वच्छ, स्वस्थ, सभ्य व समृद्ध भारत का निर्माण। यह चार संदेश भारत के स्वर्णिम युग का निर्माण करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगर सहसंचालक त्रिलोकी नाथ वर्मा ने कहा कि हमारी पीढि़यों को इतिहास के बारे में बताया जाना चाहिए। जिससे की आने वाली पीढ़ी भी अपने आगे की पीढ़ी को इस बारे में बताए। उन्होंने कहा कि समाज की आत्मीयता व समता आधारित रचना चाहने वाले सभी को प्रयास करने पड़ेंगे। संचालन जनमेजय सिंह ने किया। नगर प्रचारक हरिश्चंद्र, हियुवा जिलाध्यक्ष नरसिंह पांडेय, हरिकेश पाठक, ओम प्रकाश वर्मा, अजय अग्रहरि, अजय सिंह, रामरूप जायसवाल, राधेश्याम सिंह आदि उपस्थित रहे।

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