शुद्ध जल के इंतजार में ग्रामीण, विभाग बेसुध

संतकबीर नगर धनघटा तहसील क्षेत्र के चपरा पूर्वी में 10 वर्ष पूर्व ग्रामीणों को शुद्ध जल उपलब्ध क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:15 AM (IST)
शुद्ध जल के इंतजार में ग्रामीण, विभाग बेसुध
शुद्ध जल के इंतजार में ग्रामीण, विभाग बेसुध

संतकबीर नगर: धनघटा तहसील क्षेत्र के चपरा पूर्वी में 10 वर्ष पूर्व ग्रामीणों को शुद्ध जल उपलब्ध करवाने के लिए ओवरहेड टैंक का निर्माण करवाया गया। गांव में पाइप लाइन भी दौड़ाई गई, लेकिन कार्य गुणवत्ता विहीन होने के कारण पानी की आपूर्ति शुरू होते ही जगह-जगह पाइप फट गई। ठीकेदार और विभागीय अधिकारी चंद दिन में ही सब कुछ ठीक करने का दावा करके वहां से निकल लिए। इसके बाद से ग्रामीण शुद्ध जल मिलने का इंतजार कर रहे हैं। दूषित जल का सेवन उनकी मजबूरी बनी हुई है।

ओवरहेड टैंक का निर्माण वर्ष 2010 -11 में 128.69 लाख की लागत से कार्यदायी संस्था जल निगम ने कराया था। उस समय ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि अब उनके पिछड़े गांव में भी शुद्ध जल की व्यवस्था हो जाएगी। कुछ ही दिन बाद उनके अरमानों पर उस समय पानी फिर गया जब टंकी से आपूर्ति शुरू होते ही जगह-जगह पाइप फट गई, इसके बाद आपूर्ति बंद कर दी गई।

ऐसा भी नहीं कि ग्रामीणों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। दर्जनों बार गांव के लोग तहसील मुख्यालय तक प्रदर्शन भी किए। जनप्रतिनिधियों से भी टंकी के नाम पर हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की। जब कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो थक हार कर गांव के लोग चुप हो गए।

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कहते हैं ग्रामीण राधेश्याम कहते हैं कि उनका गांव इंसेफ्लाइटिस प्रभावित है। 10 वर्ष पूर्व गांव के रामजियावन के बेटे की मौत जलजनित बीमारी से हो गई थी। उसके बाद शासन द्वारा ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल के लिए ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू कराया गया, लेकिन जिम्मेदारों ने धन का बंदरबांट कर लिया। बिना गांव को पानी दिए फरार हो गए। राम अशीष यादव कहते हैं कि कार्य गुणवत्ता पूर्ण कराया गया होता तो ग्रामीणों को शुद्ध जल मिल रहा होता। गांव के सोनू कहते हैं कि विभाग की लापरवाही का परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है। रामनाथ का कहना है कि जिस समय ओवरहेड टैंक बन रहा था ग्रामीण गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने की मांग किए थे, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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मामला गंभीर है, इसकी जांच करेंगे। गांव में पहुंचकर परियोजना को देखेंगे और जल्द से जल्द टोटी से पानी दिलवाने की व्यवस्था करेंगे।

अजय कुमार उपाध्याय, अधिशासी अभियंता, जल निगम

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