स्कूल के लिए घर से निकली युवती प्रेमी से मिलने पहुंच गई विदिशा, पुलिस ने ऐसे लगाया पता Gorakhpur News
गोरखपुर से गायब युवती मध्यप्रदेश के विदिशा में मिली। सर्विलांस की मदद से लोकेशन मिलने के बाद एसएसपी ने विदिशा के पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने युवती को बस से बरामद कर लिया। वह अपने प्रेमी से मिलने गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। कैंट क्षेत्र से शनिवार को लापता हुई युवती रविवार को मध्यप्रदेश के विदिशा में मिली। सर्विलांस की मदद से लोकेशन मिलने के बाद एसएसपी ने विदिशा के पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी।जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने युवती को बस से बरामद कर लिया। कैंट पुलिस युवती को लाने के लिए विदिशा रवाना हो गई है।
परिचित युवक से मिलने जा रही थी हैदराबाद
खजनी क्षेत्र युवती और उसकी बड़ी बहन शहर में पढ़ाई करती हैं। दोनों बहने रोजाना गांव से स्कूटी से कटघर पेट्रोल पंप तक आती हैं। वहां स्कूटी खड़ी करके टेंपो से शहर आती हैं। शनिवार की सुबह करीब 10 बजे दोनों बहने अपने रिश्तेदारी के युवक संग बाइक पर सवार होकर देवरिया बाइपास तिराहा पहुंची। बाइक से उतरकर छोटी बहन एक टेंपो में सवार हो गई। इसके बाद वह कहां गई। पता नहीं चला। घरवालों के जानकारी देने पर हरकत में आयी पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी। सर्विलांस की मदद से छानबीन करने पर पता चला कि वह मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में है। गोंडा के रहने वाले युवक से फोन पर उसकी बातचीत होती थी जो हैदराबाद में रहता है। जिससे मिलने वह जा रही थी। सीओ कैंट सुमित शुक्ल ने बताया कि युवती मिल गई है। कैंट पुलिस उसे लाने गई है।
अपहरण की शिकायत पर दी ढूंढने की सलाह तो होगी कार्रवाई
अपहरण व गुमशुदगी की शिकायत लेकर थाने आने वाले को पुलिस अब स्वयं ढूंढने की सलाह नहीं देगी। सूचना मिलते ही केस दर्ज कर तलाश में जुट जाएगी। ढूंढने की सलाह देकर टालने की शिकायत मिलने पर जिम्मेदार थाना व चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अखिल कुमार ने जोन के सभी एसएसपी/एसपी को पत्र लिख इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
एडीजी ने जोन के सभी पुलिस कप्तान को पत्र लिख दिए निर्देश
अपहरण व गुमशुदगी के मामले में शुरुआती 24 से 48 घंटे का समय महत्वपूर्ण बताते हुए इसे जाया न करने को कहा है। पत्र में एडीजी ने लिखा है कि थाने पर अपहरण या गुमशुदगी की शिकायत लेकर आने वाले लोगों की बात पूरी संवेदनशीलता के साथ सुनी जाए। किसी को यह परामर्श न दिया जाए कि पहले स्वयं ढूंढ लें।ऐसा करने से पुलिस कार्रवाई में अनावश्यक विलम्ब होगा।केस दर्ज होते ही विवेचना प्रारम्भ करते हुए विवेचक सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए विवेचना की कार्ययोजना तैयार कर अधिकारियों को अवगत कराएं।घटनास्थल का निरीक्षण कर नक्शा-नजरी तैयार करने के साथ ही इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के जरिए अपनी विवेचना को आगे बढ़ाएं।पर्यवेक्षण अधिकारी भी अपहृत या गुमशुदा के मिलने तक रोजाना समीक्षा कर कार्रवाई की जानकारी लेते रहें और विवेचक का मार्गदर्शन करें।
अपहरण व गुमशुदगी की शिकायत पर केस दर्ज न करने वाले थानेदार व चौकी प्रभारी पर कार्रवाई होगी। जोन के सभी पुलिस कप्तान को इस संबंध में पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं।जोन कार्यालय से इसकी समीक्षा होगी। - अखिल कुमार, एडीजी जोन- गोरखपुर।