यहां कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाया भोजपुरी में वीडियाे Gorakhpur News

रउवां सभे से हाथ जोड़ के निहोरा करत हईं कि हमार बात गांठि पारि के रखि लेईं। तबे हमन के मिलि के ऐ बीमारी के लाते-लाते मारि के गांव से बहरा निकाल दिहल जाई। इस निवेदन के साथ नोडल अफसर ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 05:10 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 05:10 PM (IST)
यहां कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाया भोजपुरी में वीडियाे Gorakhpur News
सतर्कता के लिए बनाया भोजपुरी में वीडियाे, दे रहे संदेश। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : रउवां सभे से हाथ जोड़ के निहोरा करत हईं कि हमार बात गांठि पारि के रखि लेईं। तबे हमन के मिलि के ऐ बीमारी के लाते-लाते मारि के गांव से बहरा निकाल दिहल जाई। इस निवेदन के साथ गोरखपुर के अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में जेई व एईएस के नोडल अफसर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं। भोजपुरी भाषा में बनाई गई 7.24 मिनट की वीडियो गांव-गांव एक मोबाइल फोन से दूसरे में जा रही है। देसी भाषा में कोरोना के लक्षण, बचाव और इलाज की जानकारी सुनकर ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं।

गांवों में लोग बीमारी की गंभीरता से हैं बेपरवाह

डा. वीके श्रीवास्तव कहते हैं कि शहर में कोरोना को लेकर लोगों में काफी जागरूकता है, लेकिन गांवों में अब भी लोग इस बीमारी की गंभीरता से बेपरवाह हैं। यही वजह है कि बीमारी गांवों में तेजी से फैल रही है। ग्रामीणों को उनकी भाषा में बीमारी की भयावहता बताने और इससे लड़ने की कोशिशाें की जानकारी दी गई है। ग्रामीणों को बताया जा रहा है कि वह कोरोना से डरें नहीं बल्कि सतर्क रहें और लक्षण दिखते ही तत्काल सक्रिय होकर डाक्टर के पास पहुंचें। तत्काल इलाज शुरू होने से अस्पताल तक जाने की नौबत ही नहीं आती है।

पिछले साल भी बनाया था वीडियो

बिहार के गोपालगंज जिला अंतर्गत बिजईपुर के मूल निवासी डा. वीके श्रीवास्तव ने पिछले साल कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूकता का वीडियो बनाया था। वीडियो में बताया गया था कि किस तरह साबुन से हाथ धोने से कोरोना वायरस का खात्मा हो जाता है।

वीडियो बनाने का उद्देश्य

-ग्रामीण कोरोना के शरीर में प्रवेश के बाद दिखने वाले लक्षणों को पहचान सकें।

-लक्षण आने पर लापरवाही न बरतें, साथ ही झोलाछाप या मेडिकल स्टोर से दवा न लेकर सीधे सरकारी अस्पताल में जांच कराएं।

- सरकारी अस्पतालों में कोरोना से बचाव की दवाएं मिल रही हैं, इनका पूरा कोर्स इस्तेमाल करें।

- कोरोना के खतरे की जानकारी हो सके ताकि जागरूकता बढ़े।

- सरकार की ओर से उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकें।

- मास्क पहनने के साथ ही कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें।

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