Manish Gupta Murder Case: वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा की पेशी
Manish Gupta Murder Case आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी हुई। सुरक्षा कारण की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दोनों आरोपितों को सीजेएम ज्योत्सना यादव की कोर्ट में पेश किया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दारोगा अक्षय मिश्रा की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी हुई। सुरक्षा कारण की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दोनों आरोपितों को सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) ज्योत्सना यादव की कोर्ट में पेश किया। एसआइटी कानपुर के सह विवेचक ने साक्ष्य संकलन पूरा न होने की कोर्ट में अर्जी दी जिसके बाद दोनों आरोपितों की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई। अगली सुनवाई तीन नवंबर को होगी।
जांच अधिकारी ने यह दी दलील
पेशी के दौरान कोर्ट में मौजूद एसआइटी कानपुर से सह विवेचक छत्रपाल सिंह ने प्रार्थना पत्र देकर साक्ष्य संकलन पूरा नहीं होने का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल चल रही है। अभी कई साक्ष्य एकत्र किया जाना शेष है। जिसके कारण आरोपित इंस्पेक्टर और दारोगा की 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाई जाए। सह विवेचक ने कहा कि जल्द ही इस मामले में साक्ष्य संकलन पूरा कर कोर्ट में चार्जशाीट दाखिल कर दी जाएगी। बचाव पक्ष के अधिवक्ता पीके दूबे भी कोर्ट में मौजूद रहें।उनकी तरफ से कोई आवेदन नहीं दिया गया।रविवार को आरोपित दारोगा राहुल दूबे व आरक्षी प्रशांत की भी वीडियो कांफ्रेङ्क्षसग के जरिए कोर्ट में पेशी होगी।
जेल प्रशासन को पहले दे दी गई थी सूचना
कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपितों की कोर्ट में पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराए जाने की सूचना जेल प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी। जिसकी तैयारी जेल के अधिकारियों ने पहले से कर ली थी। सबसे पहले जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा की पेशी हुई। उसके बाद दूसरे बंदियों को लाया गया।