गोरखपुर में अगले माह से माडल रोड पर फर्राटा भरेंगे वाहन, 408 करोड़ रुपये खर्च कर बनी है यह सड़क

गोरखपुर का असुरन-मेडिकल कालेज रोड का निर्माण कार्य आगामी नवंबर में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह जिले की सबसे अच्छी सड़क होगी। डेढ़ से ढाई मीटर तक के डिवाडर में हरियाली रहेगी। सड़क के बीच व दोनाें किनारे एलईडी लाइट की व्यवस्था की जाएगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 03:01 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 03:01 PM (IST)
गोरखपुर में अगले माह से माडल रोड पर फर्राटा भरेंगे वाहन, 408 करोड़ रुपये खर्च कर बनी है यह सड़क
गोरखपुर का माडल रोड नवंबर में शुरू हो जाएगा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर माडल रोड के रूप में बन रही असुरन-मेडिकल कालेज रोड का निर्माण कार्य आगामी नवंबर में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह जिले की सबसे अच्छी सड़क होगी। डेढ़ से ढाई मीटर तक के डिवाडर में हरियाली रहेगी। सड़क के बीच व दोनाें किनारे एलईडी लाइट की व्यवस्था की जाएगी। रोशनी से नहाती फोरलेन सड़क व हरियाली सहज ही लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी।

असुरन से मेडिकल कालेज तक बन रही जिले की सबसे अच्छी सड़क

गोरखपुर-महराजगंज रोड का चौड़ीकरण हो रहा है। असुरन से परतावल तक 19.4 किमी का निर्माण कार्य गोरखपुर के पीडब्लूडी के पास है। निर्माण अप्रैल 2016 में शुरू हुआ। इसकी लागत 183 करोड़ रुपये स्वीकृत थी। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर असुरन से मेडिकल कालेज तक माडल रोड बनाने का कार्य फरवरी 2020 से शुरू हुआ। पुन: रेट रिवाइज किया गया। मुआवजा, बिजली व पाइप लाइन का खर्च जोड़कर पुन: सरकार ने 408 करोड़ रुपये स्वीकृत किया। एक साल में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया लेकिन कोरोना संक्रमण बाधा बना। पिछले चार माह से बारिश के चलते भी कार्य प्रभावित हुआ। अब पुन: कार्य को गति दी गई है। रोड लगभग तैयार है। केवल सर्विस लेन व डिवाइडर का निर्माण शेष है। जिसे नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

मिलेगी जाम से मुक्ति

इस रोड के बन जाने से जाम से मुक्ति मिल जाएगी। मेडिकल कालेज रोड पर निर्माण के चलते अक्सर जाम लग जाता है। सबसे ज्यादा दिक्क्त मरीजों को होती है। इस रोड पर अनेक स्कूल होने से बच्चों के वाहन भी घंटों जाम में फंस जाते हैं।

हरा-भरा रहेगा वातावरण

डिवाडर के बीच में आधुनिक तकनीक से बड़े पेड़ लगाए जाएंगे। कुछ जगहों पर पेड़ लगा भी दिए गए हैं। फोरलेन व सर्विस लेन के बीच में रंग-बिरंगी लोहे की पट्टियां लगाई जाएंगी। एचएन सिंह चौराहे से असुरन तक जगह कम होने की वजह से सर्विस लेन नहीं बनाई जाएगी। लेकिन हरियाली व रोशनी से यह हिस्सा भी जगमगाएगा।

एक नजर में असुरन-परतावल फोरलेन निर्माण

कुल बजट 408 करोड़ रुपये

सड़क निर्माण के लिए 298 करोड़

मुआवजा के लिए 74 करोड़

बिजली व पाइप लाइन के लिए 18-18 करोड़

डिवाइडर के एक तरफ सड़क की चौड़ाई 8.75 मीटर

मेडिकल कालेज से खजांची तक ढाई मीटर डिवाइडर, दो मीटर नाला

खजांची से असुरन तक डेढ़ मीटर डिवाइडर, एक मीटर नाला

मेडिकल से एचएन सिंह चौराहे तक दो मीटर सर्विस लेन

निर्माण कार्य लगभग पूरा होने के करीब है। जल निगम पाइप लाइन डाल रहा है। इसके बाद सर्विस लेन का निर्माण शुरू हो जाएगा। हर हाल में नवंबर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। - प्रवीण कुमार अग्रवाल, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड, पीडब्लूडी।

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