मानसूनी बारिश के बीच सब्जियों की दर में उछाल, किचेन का जायका बिगड़ा

मानसूनी बारिश के साथ ही सब्जी महंगी हो गई है।

By Edited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 07:34 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 08:07 AM (IST)
मानसूनी बारिश के बीच सब्जियों की दर में उछाल, किचेन का जायका बिगड़ा
मानसूनी बारिश के बीच सब्जियों की दर में उछाल, किचेन का जायका बिगड़ा

गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर में लाकडाउन के दौरान सस्ती सब्जियों का लुत्फ उठा चुके लोगों का स्वाद अब मानसूनी बारिश बिगाड़ रही है। लगातार रूक- रूक कर हो रही बारिश के चलते धान और गन्ने की फसल को तो संजीवनी मिल रही है वहीं सब्जियों के पौधे सड़ने लगे हैं। खेतों में पानी भरने के चलते उत्पादन प्रभावित हुआ है जिसके चलते सब्जियों के रेट में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। तहसील क्षेत्र में राप्ती नदी के किनारे बसे डुमरियागंज व भनवापुर ब्लाक के दर्जनों गांव सब्जियों की खेती के लिए मशहूर हैं। यहां की सब्जियां बस्ती, बलरामपुर और गोंडा जनपद तक सप्लाई होती हैं। लाकडाउन के वक्त सब्जियों की सप्लाई बाहर नहीं होती थी जिसके चलते सब्जियों के रेट सामान्य थे और लोगों ने इनका भरपूर जायका लिया, लेकिन अब अनलाक होने के साथ- साथ मानसून की मेहरबानी ने सब्जी उत्पादन से जुड़े किसानों को ही नहीं खरीदारों को भी परेशानी में डाल रखा है। जून की पंद्रह तारीख से सब्जियों के रेट में जो बढ़़त चालू हुई उसका क्रम अभी भी जारी है। सब्जियों की मंहगाई ने किचन के बजट पर असर डालना शुरू कर दिया है। ....... यहां की सब्जियां हैं मशहूर माली मैनहा, चिताहीं, डुमरिया, असनहरा माफी, जुड़वनियां, वीरपुर कोहल, सिकटा, तुरकौलिया तिवारी, असिधवा, गिरधरपुर, कुनगाई, लोहटामया, वन इटवा, गौरा, गालापुर, धोबहां आदि ऐसे गांव हैं जहां के किसान बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती नकदी फसल के रूप में करते हैं। मौजूदा समय में बारिश व राप्ती के बढ़े जलस्तर ने इनकी फसल को नुकसान पहुंचाया जिसके चलते उत्पादन ग्राफ गिरा है और मूल्य में बढ़ोत्तरी हुई है। रेट कार्ड- रुपये में सब्जी- 15 जून- 1 जुलाई आलू - 20 - 28 टमाटर- 20 - 60 घुइयां- 35 - 65 नेनुआ- 30 - 60 तरोई- 20 - 60 करैला- 15 - 60 लौकी- 10 - 30 ¨भडी- 15 - 40 परवल- 30 - 65 कद्दू- 20 - 60 हरीमिर्च- 30 - 50 -- दर प्रति किग्रा वजन के हैं। स्त्रोत- शाहपुर मंडी।

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