टीकाकरण में होगी सहूलियत, गोरखपुर-बस्ती मंडल को मिला 1.84 लाख डोज टीका Gorakhpur News

गोरखपुर-बस्ती मंडल में कोरोना से बचाव का टीका आ गया है। वाराणसी से सड़क मार्ग से टीका लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में आ चुकी है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के लिए एक लाख 84 हजार डोज मिली है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 08:10 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 08:10 PM (IST)
टीकाकरण में होगी सहूलियत, गोरखपुर-बस्ती मंडल को मिला 1.84 लाख डोज टीका Gorakhpur News
गोरखपुर-बस्ती मंडल को मिला 1.84 लाख डोज टीका। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : गोरखपुर-बस्ती मंडल में कोरोना से बचाव का टीका आ गया है। वाराणसी से सड़क मार्ग से टीका लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में आ चुकी है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के लिए एक लाख 84 हजार डोज मिली है। इनमें गोरखपुर मंडल के लिए एक लाख 12 हजार और बस्ती मंडल के लिए 72 हजार डोज मिली है। गोरखपुर जिले को 50 हजार डोज टीका मिला है। टीके की कमी के कारण अभियान पर हाल के दिनों में असर पड़ रहा था। कम टीके के कारण बूथों की संख्या कम करनी पड़ रही थी। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार शासन के संपर्क में था। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने हर सप्ताह 63 हजार से ज्यादा नागरिकों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है। यदि फिर टीके न मिले तो दिक्कत हो सकती है।

कोविशील्ड की मिली डोज

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि शासन ने वाराणसी में कोविशील्ड की डोज उपलब्ध कराई। वहां से टीम भेजकर इसे मंगाया गया है। सोमवार से टीकाकरण अभियान तेज किया जाएगा।

इतना डोज टीका मिला

जिला           टीका

गोरखपुर       50000

देवरिया        22000

कुशीनगर      22000

महराजगंज    18000

बस्ती          30000

संतकबीरनगर 12000

सिद्धार्थनगर   30000

सिर्फ 14 बूथों पर लगाया गया टीका

टीके की कमी के कारण जिले के सिर्फ 14 बूथों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया। कई बूथों से लोगों को वापस भी करना पड़ा। यही वजह है कि 14 सौ के लक्ष्य के सापेक्ष 1123 को ही टीका लग सका। इनमें 969 को पहली और 154 को दूसरी डोज लगाई गई। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि टीका लगवाने के लिए अब लोग आगे आ रहे हैं। इस वजह से थोड़ी कमी हुई है। सोमवार से लगातार अभियान चलाया जाएगा।

निजी अस्पतालों को नहीं मिला टीका

टीका की कमी के कारण निजी अस्पतालों में शुरू अभियान रुक गया है। अस्पताल संचालकों को उम्मीद है कि अब मिले टीके का कुछ हिस्सा उन्हें भी दिया जाएगा। निजी अस्पतालों में 250 रुपये में टीके लगाए जाते हैं।

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