विकास का रोल मॉडल साबित कर रहे CM योगी आदित्यनाथ Gorakhpur News
श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर देश भर में चले सहयोग अभियान का सफल कार्यक्रम और युद्ध स्तर पर चल रहे मंदिर निर्माण का कार्य पर सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां की निगाहें इस वक्त उत्तर प्रदेश और यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिकीं हुई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। सीएम योगी आदित्यनाथ अपने चार साल के कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में ही नहीं पूरी दुनियां में अपने कार्य को लेकर हर क्षेत्र में चर्चा में बने हैं। उनकी सादगी से लेकर कुशल व्यक्त्त्वि की बात हो या फिर सख्त तेवर से लेकर कठोर निर्णय लेने की क्षमता, महज चार वर्षों में सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत के साथ ही पूरी दुनियां उनकी तरफ देख रही है। शायद इसी का नतीजा है कि बीते एक वर्ष पूर्व प्रदेश हुए में सीएए के विरोध में हिंसा करने वाले आरोपियों से नुकसान हुई सपंत्ति की वसूली कराना और दंगाइयों के पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर लगवाने का लोग लोहा मान रहे हैं। विश्व के सबसे शक्तिशाली नेता तत्कालीन अमेरेकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी सीएम योगी के इसी फार्मूले को अमेरिका में हुए दंगों के बाद नुकसान हुई संपत्ति की वसूली करने के लिए अमेरिका में भी लागू भी कर दिया था। वहीं अगर कोरोना काल से निपटने की बात करें तो भी विश्व भर का नेतृत्व कर रहे भारत के लिए भी उत्तर प्रदेश एक रोल मॉडल बनकर उभरा है। ऐसे में इन दिनों लगातार सीएम योगी की छवि चमकती जा रही है।
राममंदिर और योगी पर टिकीं विश्व भर की निगाहें
श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर देश भर में चले सहयोग अभियान का सफल कार्यक्रम और युद्ध स्तर पर चल रहे मंदिर निर्माण का कार्य पर सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां की निगाहें इस वक्त उत्तर प्रदेश और यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिकीं हुई हैं। यह सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासों और उनके दृढ़संकल्प का ही नतीजा है कि वैश्विक महामारी के दौर में भी योगी सरकार ने इस जश्न को किसी भी दशा में फीका नहीं पड़ने दी।
कोरोना काल में भी स्थापित किया कीर्तिमान
यह उत्तर प्रदेश के हर निवासी के लिए गर्व की ही बात है कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में भी यूपी ने तरक्की का कीर्तिमान बनाया है। दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में आई मंदी के बावजूद उत्तर प्रदेश राज्य सकल घरेलू उत्पाद के मामले में देश का सबसे बड़ा राज्य बनकर उभरा है। इस मामले में औद्योगिक राज्यों गुजरात और तमिलनाडु को भी पीछे छोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश, 19.48 लाख करोड़ रुपये के साथ सकल राज्य घरेलू उत्पाद के मामले में भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बन गया है। उत्तर प्रदेश ने इस मुकाम को पाने के लिए तमिलनाडु, केरल, गुजरात और कर्नाटक को पीछे छोड़ दिया है. इससे पहले उत्तर प्रदेश 2019-2020 में पांचवें स्थान पर था। देश का सबसे बड़ा राज्य होते हुए भी कोरोना पर सबसे पहले काबू पाते हुए उत्तर प्रदेश 5.89 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण करने वाला पहला राज्य बन गया है। प्रथम चरण के 5वें सत्र में 4 फरवरी को 1,580 बूथ पर 1,25,308 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया जो कि लक्ष्य 1,72,396 का लगभग 72.69 प्रतिशत है. बीते चार सत्रों में प्रदेश में 4.63 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण हुआ था। इस तरह प्रदेश में 5,89,101 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया गया जो कि देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है।
यूं ही नहीं कहे जाते गोरखपुर वाले बाबा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूं ही नहीं देश भर में गोरखपुर वाले बाबा कहे जाते है। यह उनके दृढ़संकल्प और पूर्ण इच्छा शक्ति का ही नतीजा है कि अभी हाल ही के दिनों में गोरखपुर के लिए यह पहला मौका था, जब 122 करोड़ की लागत वाले 177 विकास कार्यों में स्थानीय स्तर पर जनता, व्यापारियों की भागीदारी सुनिश्चित कराई गई। गोरखपुर शहर, ग्रामीण और सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के 56 स्थानों पर शिलान्यास, लोकार्पण समारोह के सजीव प्रसारण की व्यवस्था हुई। साथ ही परंपरागत लोकनृत्य का इंतजाम किया गया। शहर का यह नजारा देखने वाला था।