गोरखपुर शहर में सड़क बनाने में नाले के सिल्ट का किया जा रहा प्रयोग, विभाग खामोश
वार्ड नंबर 37 शक्तिनगर में मेडिकल कालेज मुख्य मार्ग से लिटिल फ्लावर स्कूल तक की सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है। नागरिकों ने कई बार सड़क बनाने की मांग की थी। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
गोरखपुर, जेएनएन। लंबे समय से दुश्वारी झेलने के बाद बन रही लिटिल फ्लावर रोड में मानकों को दरकिनारे करने का आरोप लगा है। मोहल्ले के नागरिकों ने सीसी सड़क बनाने के पहले नाले की सिल्ट डालने का आरोप लगाते हुए नगर निगम के अफसरों से शिकायत की है। नागरिकों की सूचना पर पार्षद ने भी अफसरों और महापौर को फोन कर निर्माण में मानकों का पालन न करने की शिकायत की है। इस हैरतअंगेज कारनामे की जानकारी के बाद भी विभाग पूरी तरह खामोश है।
पूरी तरह खराब हो चुकी है सड़क
वार्ड नंबर 37 शक्तिनगर में मेडिकल कालेज मुख्य मार्ग से लिटिल फ्लावर स्कूल तक की सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है। नागरिकों ने कई बार सड़क बनाने की मांग की थी। 'दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद महापौर सीताराम जायसवाल ने सीसी सड़क बनाने के निर्देश दिए थे। अवस्थापना निधि से 25.52 लाख स्वीकृत हुआ था। इससे 370 मीटर की लंबाई में सड़क बननी है। चार जनवरी को ठीकेदार को वर्क आर्डर जारी किया गया था। मंगलवार को काम शुरू हुआ तो ठीकेदार ने सड़क पर नाले का सिल्ट गिराना शुरू कर दिया। इसका नागरिकों ने विरोध किया। आरोप है कि ठीकेदार ने बात नहीं मानी। दुस्साहस ये कि उसने नाले का सिल्ट लाया और उसे गिरा दिया। नागरिकों ने अफसरों से शिकायत की।
सड़क फटकर हो जाएगी बर्बाद
वार्ड नंबर 37 के भाजपा पार्षद और नगर निगम कार्यकारिणी के सदस्य आलोक सिंह विशेन ने कहा कि अफसरों को सड़क बनाने के पहले सिल्ट गिराने की सूचना दे दिया हूं। नियमानुसार सड़क की चौड़ाई 3.75 मीटर और ऊंचाई 24 सेंटीमीटर है। 12 सेंटीमीटर की ऊंचाई में पत्थर बिछाने के बाद 12 सेंटीमीटर ऊंची सीसी सड़क बननी है। सिल्ट पर सड़क बनने से बाद में जब सिल्ट की मिट्टी सूखेगी तो सड़क फटकर बर्बाद हो जाएगी।