केंद्रीय मंत्र अनुप्रिया पटेल बोलीं, भाजपा सरकार में विकास के साथ सामाजिक न्याय की धार भी हुई तेज
अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मोदी-योगी सरकार में विकास तेजी के साथ हुंआ है तो सामाजिक न्याय की धार भी तेज हुई है। दलित-पिछड़ों को उनका हक मिलने लगा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मोदी-योगी सरकार में विकास तेजी के साथ हुंआ है तो सामाजिक न्याय की धार भी तेज हुई है। दलित-पिछड़ों को उनका हक मिलने लगा है। सरकार में रहकर अपना दल सामाजिक न्याय व चेतना की बात को मजबूती से रख रहा है।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पिछडों को मिला आरक्षण
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पिछड़ों को 27 फीसद आरक्षण की मांग मोदी सरकार के पहले से चली आ रही थी। हमने प्रधानमंत्री मोदी के सामने उसे उठाया तो उन्होंने भी माना कि यह अन्याय है, न्याय देने का कार्य किया। हम आल इंडिया न्यायिक परीक्षा की भी मांग कर रहे हैं ताकि दबे, कुचले व पिछड़े वर्ग भी पूरी भागीदारी इसमें पा सकें। लोकतंत्र का यह महत्वपूर्ण स्तंभ है, इसमें भागीदारी बहुत जरूरी है। जैसे-जैसे सदन में हमारा संख्या बल बढ़ता जाएगा, सामाजिक न्याय की आवाज भी हम तेज करते जाएंगे।
पार्टी की रैली में शामिल होने आई थीं अनुप्रिया
कुशीनगर में पांच दिसंबर को पार्टी द्वारा आयाेजित विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहीं केंद्रीय राज्यमंत्री ने सोनेलाल पटले को बुद्ध की विचाराधारा का अनुयायी बताते हुए समतामूलक समाज की वकालत की। कहा कि समाज के अंतिम तपके को समाज व विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की लड़ाई हम लड़ रहे हैं, सरकार भी हमारा दर्द समझ रही है। हमारे दल का मानना है कि सबको सामाजिक न्याय मिलना चाहिए। देश में पिछड़ा वर्ग की बड़ी आबादी है।
पिछडा वर्ग मंत्रालय की चल रही मांग
उनके हित के समाधान के लिए अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की तर्ज पर पिछड़ा वर्ग मंत्रालय की मांग भी हम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि हर आने वाला चुनाव परीक्षा होता है। बिना किस दल के नाम लिए कहा कि अनेक दल तरह-तरह का लुभावना वादा कर रहे हैं। उससे सतर्क रहने की जरूरत है। सोच समझकर निर्णय लेना होगा। भाजपा सरकार के नेतृत्व में सरकार ने देश व प्रदेश में विकास की लंबी यात्रा तय की है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे और अपना दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा।